नई दिल्ली: भारत सरकार के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs - MEA) ने युवा स्नातकों के लिए MEA इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया है. यह प्रोग्राम हर साल दो बार आयोजित किया जाता है और इसे दो चरणों में बांटा गया है: अप्रैल से सितंबर और अक्टूबर से मार्च. प्रत्येक चरण में कुल 30 इंटर्न को शामिल किया जाता है. हर इंटर्न को कम से कम एक महीने और अधिकतम तीन महीने तक का समय दिया जाता है.
Term 1 स्कीम
हर साल Term 1 स्कीम अप्रैल में शुरू होती है और सितंबर में समाप्त होती है. इस कार्यक्रम में 'कोटा-कम-वेटेज' प्रणाली का पालन किया जाता है, जिसमें 14 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों के उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है.
Term 1 में इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं; आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र. केंद्र शासित प्रदेशों में अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, चंडीगढ़, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, दिल्ली.
पात्रता मानदंड
यह इंटर्नशिप केवल भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है. न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट डिग्री या ग्रेजुएट के अंतिम वर्ष में पढ़ाई कर रहे छात्र.
इंटर्नशिप के वर्ष में 31 दिसंबर तक उम्मीदवार की आयु 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए.
10 हजार रुपये प्रति माह मिलेगा स्टाइपेंड
प्रत्येक इंटर्न को 10 हजार रुपये प्रति माह का स्टाइपेंड दिया जाएगा. राज्य की राजधानी और दिल्ली के बीच इकॉनमी क्लास का हवाई किराया सरकार द्वारा दिया जाएगा.
चयन प्रक्रिया
चयन प्रक्रिया दो चरणों में होती है:
उम्मीदवारों को उनके +2 और ग्रेजुएशन के प्रदर्शन के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा. TADP जिलों (Tribal Area Development Programme) के उम्मीदवारों और SC/ST/OBC/EWS श्रेणियों को प्राथमिकता दी जाएगी.
इंटरव्यू
इंटरव्यू वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया जाएगा. राज्य-वार पुरुष और महिला उम्मीदवारों की अलग-अलग मेरिट सूची तैयार की जाएगी. अधिकतम 30 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा.
अगर कोई उम्मीदवार चयन के बाद कार्यक्रम से बाहर हो जाता है, तो मेरिट सूची में अगले उम्मीदवार को मौका दिया जाएगा.
इंटर्नशिप कार्यक्रम का उद्देश्य
MEA इंटर्नशिप प्रोग्राम का उद्देश्य छात्रों को विदेश नीति बनाने और इसके क्रियान्वयन की प्रक्रिया से परिचित कराना है. इंटर्न को संबंधित विभागाध्यक्ष (HOD) द्वारा कार्य सौंपा जाता है. इनमें शोध करना, रिपोर्ट तैयार करना, उभरते विकास का विश्लेषण करना या अन्य कार्य शामिल हो सकते हैं. कार्यकाल समाप्त होने पर, प्रत्येक इंटर्न को अपने कार्य पर एक विस्तृत रिपोर्ट जमा करनी होती है.
कैसे खास है यह इंटर्नशिप
MEA इंटर्नशिप प्रोग्राम न केवल छात्रों को विदेश मंत्रालय के कामकाज को करीब से समझने का मौका देता है, बल्कि उनके करियर को एक नई दिशा भी प्रदान करता है. यदि आप एक उज्ज्वल और शिक्षाप्रद अनुभव की तलाश में हैं, तो यह इंटर्नशिप आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकता है.