मुंबई: महाराष्ट्र के भीमा-कोरगांव में इस साल की शुरुआत में हुई हिंसा से सुर्ख़ियों में आए हिंदुत्ववादी नेता संभाजी भिडे ने फिर ऐसा बयान दिया है जिससे विवाद खडा हो सकता है. नासिक में एक सभा को संबोधित करते हुए भिडे ने कहा कि उनके बगीचे में लगने वाले आम को खाने से कपल को लड़के होते है. भिडे ने कहा कि उनके बगीचे के आम शक्तिशाली और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. उनके बगीचे के आम खाने वाली कुछ महिलाओं ने बेटों को जन्म दिया.
सुप्रिया सुले ने की निंदा:
वहीं, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की बेटी और बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने भिडे की टिप्पणी की निन्दा की है. सुले ने कहा कि भिडे की टिप्पणी सुनने के बाद वह एक मां और महिला के रूप में आहत हुई हैं. उन्होंने कहा, ‘एक महिला के लिए मां बनना और लड़के या लड़की को जन्म देना गर्व की बात होती है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह के व्यक्तिगत मामले पर समाज में तुच्छ स्तर की बात हो रही है.’अमरावती के अचलपुर से निर्दलीय विधायक बच्चू काडू ने भी भिडे के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की मांग की है.
वहीं, महाराष्ट्र के अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की ओर से भिडे पर कार्रवाई करने की मांग की गई है. समिति के सचिव मिलिन्द देशमुख ने कहा कि भिडे का बयान अंधविश्वास और काला जादू रोधी कानून के तहत संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
कौन है संभाजी भिडे:
संभाजी भिडे महाराष्ट्र की राजनीति में एक चर्चित चेहरा है. वह 85 साल के है. पुणे और पश्चिम महाराष्ट्र में उनकी अच्छी पकड़ है. लाखों युवा उन्हें फॉलो करते हैं. उनकी महाराष्ट्र में शिव प्रतिष्ठान नाम की संस्था हैं. संभाजी भिडे पुणे के एक कॉलेज में फिजिक्स के प्रोफेसर रह चुके हैं. भिडे बेहद साधारण तरीके से जीवन जीते हैं. वह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं.