Maharashtra Lockdown: महाराष्ट्र में 15 दिन और बढ़ेगी लॉकडाउन जैसी पाबंदियां, जल्द हो सकता है ऐलान
सीएम उद्धव ठाकरे (Photo Credits: Facebook)

Maharashtra Unlock News: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण अब धीरे-धीरे कम हो रहा है. राज्य में गुरुवार को कोविड-19 के 21,273 नए मामले सामने आए, जबकि 34,370 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई. इस बीच राज्य में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को एक जून के बाद भी बढ़ाने का निर्णय उद्धव सरकार ने लिया है. हालांकि, महाराष्ट्र के उन जिलों में पाबंदियों में ढील देने पर विचार किया जा रहा है, जहां संक्रमण की रफ्तार बहुत धीमी है. राज्यभर में घातक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए फिलहाल एक जून तक पाबंदियां लागू हैं. महाराष्ट्र में कोविड-19 के 21,273 नए मामले आए, 425 मरीजों की मौत

महाराष्ट्र स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने कहा “कोविड-19 (COVID-19) की स्थिति आज नियंत्रण में है. हम उन जिलों में लॉकडाउन बढ़ाना चाहते हैं जहां पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है या जहां संक्रमित मरीजों के लिए बेड की उपलब्धता में कोई दिक्कत आ रही है. लेकिन जहां पॉजिटिविटी रेट राज्य औसत से कम है, हम वहां पाबंदियों में छूट दे सकते हैं.”

उन्होंने कहा “राज्य में रिकवरी रेट 93 फीसदी तक पहुंच गया है. गुरुवार को हुई कैबिनेट बैठक में चर्चा हुई कि लॉकडाउन को 15 दिनों के लिए बढ़ाया जाना चाहिए, लेकिन जिन जिलों में मामले कम हुए हैं, उनमें छूट दी जा सकती है. हालांकि इस पर अंतिम निर्णय लेना बाकि है और इसकी घोषणा जल्द की जाएगी.”

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि राज्य में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को एक जून के बाद भी बढ़ाया जाएगा और उनमें बाद में चरणबद्ध तरीके से राहत दी जाएगी. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, ठाकरे ने मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान इस बाबत प्रशासन को जरूरी निर्देश दिए. बयान में कहा गया है कि राज्य में संक्रमण दर के कम होने के बावजूद इस समय सावधानी बरतने की जरूरत है.

महाराष्ट्र के 10-15 जिलों में संक्रमण दर अब भी बहुत ज्यादा है. इसके अलावा, ब्लैक फंगस संक्रमण भी कोरोना वायरस से उबर रहे या ठीक हुए मरीजों में पाया जा रहा है. जो एक नया खतरा है. राज्य में दैनिक संक्रमण के मामलों की संख्या कम हो गई है और पिछले साल सितंबर में दर्ज की गई संख्या तक पहुंच गई है. राज्य में संक्रमण चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन जैसी पाबंदियां 22 अप्रैल में लागू की गई थी.