Maharashtra में कोरोना तेजी से लील रहा लोगों की 'जिंदगियां', एक दिन में रिकॉर्ड 985 मौतें, Mumbai में नए मामले बढ़ने से गहराया संकट
कोरोना का कहर जारी (Photo Credits: PTI)

कोरोनावायरस (Coronavirus) की घातर लहर का महाराष्ट्र (Maharashtra) पर व्यापक असर देखने को मिल रहा है. कोविड-19 का ये खतरनाक वायरस राज्य में हर दिन सैंकड़ों मौतों का कारण बन रहा है. महाराष्ट्र में बुधवार को कोविड-19 संक्रमण के कारण 985 लोगों की मौत हो गई. यह एक दिन में राज्य में कोरोना से मरने वालों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के 63,309 नए मामले भी सामने आए. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, नए मामलों के साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या 44,73,394 और मृतक संख्या 67,214 हो गई है. पिछले 24 घंटे के दौरान कुल 61,181 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. अब तक 37,30,729 मरीज ठीक हो चुके हैं. महाराष्ट्र में कोविड-19 के 6,73,481 एक्टिव केस हैं. यह भी पढ़ें- Lockdown in Maharashtra: महाराष्ट्र में 15 दिनों के लिए बढ़ सकता है लॉकडाउन, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए संकेत.

उधर, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी कोरोना का कहर जारी है. बुधवार को शहर में नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मुंबई में कोविड-19 के 4966 नए मामले आए और 78 लोगों की मौत हो गई. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने बताया कि नए मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या 6,40,507 हो गई जबकि मृतकों की संख्या 12,990 हो गई है. बीएमसी के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान 5300 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई. शहर में अब तक 5,60,401 मरीज ठीक हो चुके हैं.

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की स्थिति-

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से मुंबई में कोविड-19 के नए मामलों में गिरावट देखी जा रही थी. मंगलवार को शहर में कोरोना संक्रमण के 4014 नए मामले आए थे और 59 लोगों की जान गई थी. इससे पहले सोमवार को मुंबई में कोविड-19 के 3876 नए मामले  सामने आए थे. लेकिन शहर में बुधवार को लगभग पांच हजार नए मामले दर्ज होने के बाद संक्रमण का खतरा एक बार फिर से बढ़ गया है.

मुंबई में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ा-

महाराष्ट्र में 18-44 साल के लोगों को लगेगी मुफ्त वैक्सीन-

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य सरकार ने सरकारी अस्पतालों में 18-44 साल के नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन लगाने का फैसला किया है. हालांकि उनके एक मंत्री ने कहा कि वैक्सीन की पर्याप्त खुराकों की अनुपलब्धता के चलते एक मई से इस उम्र समूह का कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू नहीं हो पाएगा.