Lockdown की वजह से हुआ बड़ा फायदा, COVID-19 मामलों में औसतन 14-29 लाख मामले हुए कम, कोरोना की चेन तोड़ने में कामयाब हुआ भारत
कोरोना का प्रकोप (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली:- कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप से पूरी दुनिया इस वक्त जूझ रही है. सबसे ताकतवर देश अमेरिका में COVID-19 ने जमकर कहर बरपाया है. अमेरिका में प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार मरीजों की मौत हो रही है. वहीं अन्य देशों की भांति भारत भी कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा है. इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या देश में 1.18 लाख के पार पहुंच गया है. वहीं अब तक 3583 लोगों की मौत हो चुकी है. अन्य देश के मुकाबले भारत में रिकवरी रेट 40 फीसदी है. भले ही देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या एक लाख के पार है. लेकिन अगर केंद्र सरकार सही समय पर लॉकडाउन लगाने का फैसला न लेती तो देश के भीतर परिणाम बेहद भयावह होता. प्रसार भारती न्यूज सर्विस के ट्वीट के मुताबिक Lockdown के कारण देश में COVID-19 मामलों में औसतन 14- 29 लाख मामले कम हुए हैं. सही समय पर लॉकडाउन लागू होने के कारण 37,000 से 78,000 लोगों की जान बची है.

बता दें कि भारत में कोरोना मरीजों की संख्या एक लाख के पार होने के बाद भी अन्य देशों के मुकाबले भारत के हालात काफी बेहतर हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की जानकारी के मुताबिक देश के एक लाख की आबादी पर COVID-19 से संक्रमितों का औसत 7.1 है. यानी 1 लाख की आबादी में 7 लोग ही कोरोना की चपेट में आये हैं. इतना ही नहीं भारत में मरीजों के ठीक होने की तादात भी अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक इलाज के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए 48 हजार 533 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. बीते एक दिन में 6088 लोग कोरोना वायरस महामारी की चपेट में आए हैं.

प्रसार भारती का ट्वीट:- 

लॉकडाउन का फैसला देश के लिए बेहद कारगर साबित हुआ है. अगर ताजा दुनियाभर में कोरोना वायरस के संक्रमण पर नजर डालें तो शुक्रवार सुबह तक कुल 51 लाख 01 हजार 967 लोग COVID-19 संक्रमण से संक्रमित हुए, जिनमें से मरने वालों की संख्या 3 लाख 32 हजार 900 रही. इसमें अमेरिका में कुल 94 हजार 709 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 15 लाख 57 हजार 140 मामले दर्ज किए गए हैं.