पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल सिंह 7333 वोटों के अंतर से आगे चल रहे हैं. असम की एक कड़ी सुरक्षा वाली जेल में बंद अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब सीट से लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार हैं. वह खालिस्तान समर्थन के आरोपों में जेल में हैं. कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह का चुनाव चिह्न 'माइक' है.अमृतपाल सिंह के सामने SAD के वरिष्ठ नेता विरसा वल्टोहा हैं. इनके अलावा इस सीट पर बीजेपी ने तीन बार के विधायक मनजीत सिंह मन्ना पर दांव खेला है.
लोकसभा चुनाव 2024 के बीच अमृतपाल सिंह अपने चुनाव क्षेत्र से करीब तीन हजार किलोमीटर दूर एक जेल में बंद हैं. उनके समर्थक दावा कर रहे हैं कि उन्हें भारी समर्थन मिल रहा है.
अमृतपाल सिंह को खालिस्तान के समर्थक हैं. चुनाव में उनकी जीत ना सिर्फ उनके कथित दावों को मजबूत आधार दे सकती है बल्कि भारत सरकार की चिंता यह होगी कि उनकी जीत से खालिस्तान का आंदोलन फिर से जोर पकड़ सकता है.
पिछले साल अमृतपाल सिंह सुर्खियों में रहे थे. 2023 में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि वह सिखों और पंजाब के लोगों के लिए एक अलग देश चाहते हैं. हालांकि चुनाव प्रचार में उनके समर्थक इस मुद्दे से ज्यादा पंजाब में नशीली दवाओं, पूर्व उग्रवादियों को जेलों से छुड़वाने और हिंदू बहुल भारत में सिख पहचान की सुरक्षा जैसे मुद्दों पर बात करते हैं.