Sabrimala Temple: दक्षिण भारत के केरल (Kerala) स्थित सबरीमाला मंदिर (Sabrimala Temple) में अय्यप्पा स्वामी (Ayyappa Swami) का मंदिर है जो कोरोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है. इसे हिंदुओं के सबसे बड़े तीर्थ स्थानों में से एक माना जाता है. देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सबरीमाला मंदिर के कपाट भक्तों के लिए बंद कर दिए गए थे, लेकिन अब कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में शुमार सबरीमाला मंदिर के द्वार भक्तों के लिए कल यानी 16 अक्टूबर से खुल रहे हैं, लेकिन मंदिर में जाने वाले भक्तों को कुछ नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा. त्रावणकोर देवसोम बोर्ड (Travancore Devasom Board) के दिशानिर्देशों के मुताबिक, केवल 250 लोगों को रोज प्रार्थना के लिए मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति होगी.
वहीं गुरुवार को केरल के सीएम पिनरयी विजयन (Kerala CM Pinarayi Vijayan) ने कहा कि कल से सबरीमाला मंदिर के द्वार भक्तों के लिए खुल रहे हैं, लेकिन मंदिर जाने वाले भक्तों को कोविड-19 निगेटिव सर्टिफिकेट (COVID-19 Negative Certificate) दिखाना अनिवार्य होगा. एक दिन में केवल 250 लोगों को दर्शन की अनुमति दी जाएगी. इसके साथ ही भक्तों को पहाड़ी पर चढ़ने के लिए फिट होने का आश्वासन देने वाला स्वास्थ्य प्रमाण पत्र लेकर आना भी अनिवार्य है. यह भी पढ़ें: Sabarimala Temple To Reopen: सबरीमाला मंदिर 16 अक्टूबर से 5 दिनों के लिए फिर खुलेगा, इन नियमों का पालन अनिवार्य
देखें ट्वीट-
NIA has come here to carry out investigation in the case to find out if any such links exist. Let them continue their probe: Kerala CM Pinarayi Vijayan on being asked if #KeralaGoldSmugglingCase has links with Dawood Ibrahim's D-company. pic.twitter.com/aCUhhBHgRN
— ANI (@ANI) October 15, 2020
त्रावणकोर देवसोम बोर्ड यानी टीडीबी द्वारा ऑनलाइन बुकिंग के लिए एक वर्चुअल पोर्टल पहले ही जनता के लिए खोल दिया गया है. यात्रा के लिए बुकिंग पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर की जाएगी. सभी तीर्थयात्रियों को हिलटॉप तीर्थस्थल तक पहुंचने से कम से कम 48 घंटे पहले अपना कोरोना टेस्ट कराना होगा और मंदिर में प्रवेश करने के लिए कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट दिखाना होगा. भक्तों के लिए जगह-जगह सैनिटाइजर, पानी और साबुन की व्यवस्था की गई है. यहां आनेवाले भक्तों को मास्क पहनने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करना होगा.