IndUS Entrepreneurs Global Summit 2020: सीएम अरविंद केजरीवाल इंडस एंटरप्रेन्योर्स ग्लोबल समिट में होंगे शामिल, मिला न्योता
सीएम अरविंद केजरीवाल (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली, 6 दिसंबर: इस वर्ष 9 दिसंबर को द इंडस एंटरप्रेन्योर्स (टीआईई) ग्लोबल समिट में शामिल होने के लिए दिल्ली (Delhi) को आमंत्रित किया गया है. इंडस एंटरप्रेन्योर ग्लोबल समिट (IAGS) विश्व के नेताओं, उद्यमियों, निवेशकों और मेंटर्स का महत्वपूर्ण और अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है. मैगसेसे पुरस्कार विजेता मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करेंगे. दिल्ली सरकार ने इस निमंत्रण को स्वीकार किया है. दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री समिट में एक व्यापक ढांचे के निर्माण और इसे एक वैश्विक स्टार्ट-अप डेस्टिनेशन में बदलने को लेकर दिल्ली के प्रयासों को साझा करेंगे.

मुख्यमंत्री कार्यालय ने आधिकारिक जानकारी साझा करते हुए कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भारत के एकमात्र मुख्यमंत्री हैं, जो इस शिखर सम्मेलन में उद्योग जगत के कई दिग्गजों, विश्व के नेताओं और नोबेल पुरस्कार विजेताओं के साथ बात करेंगे. केजरीवाल बताएंगे कि दिल्ली सरकार अपने स्कूलों में एंटरप्रेन्योरशिप मानसिकता पाठ्यक्रम से लेकर प्रोग्रेसिव स्टार्ट-अप पॉलिसी तक दिल्ली को स्टार्ट-अप्स के लिए ग्लोबल डेस्टिनेशन बनाने के लिए आगे रही है." यह भी पढ़े:  खासने की आवाज निकालकर CM अरविन्द केजरीवाल के भाषण में बाधा पहुचाने की कोशिश.

इंडस एंटरप्रेन्योर (टीआईई) ग्लोबल समिट विश्व के नेताओं, उद्यमियों, निवेशकों और मेंटर्स का एक वर्चुअल सम्मेलन है. इस शिखर सम्मेलन को सरकारी एजेंसियों, एंजेल इन्वेस्टर्स, वेंचर कैपिटलिस्ट, पीईएस, ग्लोबल इंडस्ट्री लीडर्स, ग्लोबल वेल्थ एंटरप्रेन्योर्स, थॉट लीडर्स, एकेडमिक्स, नोबेल पुरस्कार विजेताओं, नीति निर्माताओं और वैश्विक चैप्टर के टीआईई सदस्यों द्वारा संबोधित किया जाएगा और वे इसमें भाग लेंगे.

इस शिखर सम्मेलन में सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली को वैश्विक स्टार्टअप डेस्टिनेशन में बदलने के लिए उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों के बारे में बात करेंगे. इसमें एक प्रगतिशील स्टार्ट-अप पॉलिसी शुरू करने से लेकर उच्च तकनीक और सेवा उद्योग के लिए सस्ती बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करना और उच्च गुणवत्ता वाले कुशल श्रमशक्ति प्रदान करना शामिल है. साथ ही, स्कूली शिक्षा से ही उद्यमशीलता की मानसिकता को पूरा करने और निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने के माध्यमों पर भी अपनी बात रखेंगे.