बेंगलुरू, 14 जनवरी : कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा के दो वरिष्ठ नेता ही आपस में भीड़ गए, विधायक और मंत्री ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर वाकयुद्ध शुरू कर दिया है. भाजपा के भारी उद्योग मंत्री मुरुगेश आर. निरानी ने शनिवार को पार्टी विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल को चेतावनी दी कि अगर वह मूर्खतापूर्ण बात करना जारी रखेंगे तो उनकी जीभ काट दी जाएगी.
इससे पहले विधायक बसनगौड़ा पाटिल ने पंचमसाली लिंगायत उप संप्रदाय को ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण कोटे की बात करते हुए मंत्री निरानी को दलाल कहा था. उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पर कोई विश्वास नहीं था, उन्होंने पार्टी आलाकमान से संपर्क किया था. यह भी पढ़ें :Maharashtra: मुंबई की 13 वर्षीय देवश्री का कारनामा, जीभ से नाक को छून की सबसे लंबी अवधि का बनाया विश्व रिकॉर्ड
मंत्री निरानी ने कहा, उन्होंने (बसनगौड़ा पाटिल यतनाल) ने 'दलाल' शब्द का इस्तेमाल किया था. वह उस संस्कृति से जुड़े हैं और उसी भाषा का उपयोग करते हैं. जो लोग अपने पिता के यहां पैदा हुए हैं वह ऐसी भाषा का उपयोग नहीं करते हैं. अगर वह बिना मतलब की बात करेंगे तो उनकी जुबान काट दी जाएगी. मुख्यमंत्री बोम्मई ने चुप रहने के निर्देश दिए हैं. अगर वह पार्टी में नहीं रहना चाहते हैं, तो उन्हें बाहर जाकर विरोध करने दें.
मंत्री निरानी ने कहा- विजयपुरा के लोग, जहां वह रहते हैं, उन्हें करारा जवाब देंगे. आरक्षण की मांग हाल की नहीं है. सीएम बोम्मई ने पंचमसाली उप संप्रदाय को आरक्षण देने की प्रतिबद्धता जताई है. सरकार ने ओबीसी कोटा को समायोजित करने के लिए 2सी और 2डी श्रेणियां बनाई थीं. इन सबके बावजूद बासनगौड़ा पाटिल यतनाल दोष मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने इस संबंध में बसव जयमृत्युंजय स्वामीजी द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन की निंदा करते हुए इसे राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा कि एससी/एसटी और वोक्कालिगा समुदायों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी दलीलें रखी हैं. विधायक बासनगौड़ा पाटिल बयान जारी कर सरकार को शर्मिदा कर रहे हैं.