चिक्कबल्लापुर (कर्नाटक), 6 नवंबर : कर्नाटक के मुजराई विभाग के अंतर्गत आने वाले मंदिर मैरिज हॉल के अधिकारियों ने एक दलित परिवार को शादी करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया. घटना चिक्कबल्लापुर शहर के गुडीबांडे कस्बे की है. ब्राह्मणारा हल्ली निवासी अवुलुकोंडप्पा ने शादी कराने के लिए मंदिर प्रबंधन से संपर्क किया था. मंदिर सचिव, मचावलाहल्ली वेंकटरायप्पा ने उन्हें बताया कि सामुदायिक हॉल पहले से ही बुक है और बिल्कुल भी उपलब्ध नहीं है.
बाद में, यह पाया गया कि उस दिन विवाह हॉल बुक नहीं था और मंदिर सामुदायिक हॉल को जानबूझकर किराए पर नहीं दिया गया था क्योंकि युगल दलित समुदाय से थे. अवुलुकोंडप्पा ने आरोप लगाया है कि मैरिज हॉल किराए पर नहीं दिया गया क्योंकि वह और उनकी पत्नी दलित समुदाय से थे. यह भी पढ़ें : PM मोदी ने कश्मीर से धारा 370 और 35A को उखाड़ फेंका, हिमाचल की रैली में गरजे अमित शाह
इसलिए जोड़े ने एक बंद मंदिर से पहले शादी कर ली थी. उन्होंने इस संबंध में गुड़ीबांडे के तहसीलदार व समाज कल्याण अधिकारी से भी शिकायत की है. दलित संगठनों ने भी इस संबंध में तालुक कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.