जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) प्रशासन ने शनिवार को सूचित किया कि हवाई या रेल मार्ग द्वारा केंद्र शासित प्रदेश में आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिनों के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन (Institutional Quarantine) से गुजरना होगा. प्रशासन ने यह भी कहा कि COVID -19 संक्रमण की रोकथाम के लिए यात्रियों को RTPCR टेस्ट से गुजरना होगा. लेटेस्ट डेवलपमेंट के बारे में अपडेट देते हुए, जम्मू-कश्मीर सरकार ने समाचार ने न्यूज एजेंसी ANI के हवाले से कहा, "हवाई / रेल द्वारा जम्मू-कश्मीर आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिनों के लिए संस्थागत क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बताया बाहर से आए सभी लोगों का RTPCR का उपयोग करके COVID-19 के लिए टेस्ट किया जाएगा. टेस्ट यदि निगेटिव आया तो उन्हें घर भेज दिया जाएगा नहीं तो उन्हें किसी हॉस्पिटल में भेजा जाएगा. यह आपदा एमजीटी अधिनियम के तहत यूटी प्रोटोकॉल है." यह भी पढ़ें- पिछले 24 घंटों कोरोना के सबसे ज्यादा 6,654 नए केस, देश में 1.25 लाख से अधिक संक्रमित.
बाहर से आने वालों का होगा RTPCR टेस्ट-
All passengers coming to J&K by air/rail will be kept in institutional quarantine for 14 days & will be tested for #COVID19 using RTPCR test. If tested negative they will be sent home otherwise to a hospital. This is the UT protocol under the Disaster Mgt Act: J&K Government
— ANI (@ANI) May 23, 2020
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में कोरोनो वायरस से संक्रमित 1,489 लोगों की पुष्टि की गई है, जिनमें से 720 ठीक हो गए हैं जबकि 20 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इस बीच, देश में 1,25,101 मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 3,720 की मौत हो गई है.
इससे पहले शुक्रवार को, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने भी बाहर से राज्य में आने वाले लोगों के लिए 14 दिनों के होम क्वॉरेंटाइन को अनिवार्य कर दिया था, जिसमें कहा गया था कि प्रशासन देश में कहीं से भी त्रिपुरा लौटने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग कर रहा है.