श्रीनगर: कश्मीर के कई हिस्सों में बारिश के कारण शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है. मौसम के खराब होने के कारण आज बालटाल और नुनवान में श्री अमरेश्वर धाम की तीर्थ यात्रा को रोक लिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि बालटाल और पहलगाम, दोनों ही मार्गों पर यात्रा स्थगित कर दी गई है. अधिकारियों ने कहा, "यात्रा स्थगित कर दी गई है और किसी श्रद्धालु को आज सुबह गुफा की ओर जाने की अनुमति नहीं है." Jammu-Kashmir: बारामूला में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी का सहयोगी गिरफ्तार.
शुक्रवार सुबह भारी बारिश को देखते हुए यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है. बता दें कि कश्मीर घाटी में लगातार बारिश हो रही है. मौसम की स्थिति को देखते हुए यात्रा को फिर सुचारू कर दिया जाएगा. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक मौसम के साफ होने पर ही श्रद्धालुओं को आगे की तीर्थ यात्रा की अनुमति दी जाएगी. खराब मौसम होने के कारण किसी भी तीर्थ यात्री को पवित्र गुफा की तरफ जाने की अनुमति नहीं दी गई है.
दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा इस वर्ष की 1 जुलाई को शुरू हुई जो 31 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा उत्सव के साथ समाप्त होगी.
तीर्थयात्री या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर के पहलगाम मार्ग से हिमालय गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं, जिसमें पहलगाम बेस कैंप से 43 किमी की चढ़ाई होती है या उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप से 13 किमी की चढ़ाई होती है पारंपरिक पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में 3-4 दिन लगते हैं, जबकि बालटाल मार्ग का उपयोग करने वाले लोग समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर के अंदर 'दर्शन' करने के बाद उसी दिन आधार शिविर में लौट आते हैं.
दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं गुफा मंदिर में एक बर्फ की संरचना है जिसके बारे में भक्तों का मानना है कि यह भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है बर्फ के स्टैलेग्माइट की संरचना चंद्रमा की कलाओं के साथ घटती और बढ़ती रहती है.