जामिया हिंसा: दिल्ली पुलिस ने कहा- न फायरिंग हुई, न किसी की जान गई, अफवाहों पर ध्यान न दें
दिल्ली पुलिस पीआरओ एमएस रंधावा (Photo Credit-ANI)

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Act 2019) विरोध में रविवार को जामिया इस्लामिया में हुए हिंसक प्रदर्शन पर दिल्ली पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंसकी. दिल्ली पुलिस पीआरओ एमएस रंधावा (MS Randhawa) ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, रविवार दोपहर लगभग 2 बजे विरोध प्रदर्शन हुआ. स्थानीय लोगों ने भी भाग लिया, हमारे पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों के उकसावे के बावजूद अधिकतम संयम दिखाया. लगभग साढ़े 4 बजे कुछ प्रदर्शनकारियों ने एक बस में आग लगा दी. जिसके बाद प्रदर्शन हिंसक हुआ. हमने कम से कम पुलिस बल का इस्तेमाल किया और संयम दिखाया. एमएस रंधावा ने कहा, किसी भी तरह की अफवाह में ना आएं और कुछ भी पुलिस से कर लें.

एमएस रंधावा ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की थी इसलिए एक्शन लिया गया. हिंसा में पुलिस की तरफ से फायरिंग नहीं की गई है. एमएस रंधावा ने बताया जामिया इस्लामिया के छात्र और स्थानीय लोग इकट्ठा हुए थे. भीड़ सरायजुलैना से आगे बढ़ रही थी. इस दौरान कुछ लोग माता मंदिर मार्ग पर पहुंचे और उन्होंने वहां तोड़फोड़ शुरू कर दी. बस को आग लगा दी गई थी.

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हिंसा को लेकर फैलाई जा रही अफवाहें-

उन्होंने कहा, जब प्रदर्शन हिंसक होने लगा हम उन्हें वापस खदेड़ने लगे थे, इस दौरान पुलिस पर पथराव हुआ. प्रदर्शनकारियों ने 4 डीटीसी बस को आग लगा दी गई. 100 से अधिक प्राइवेट वाहनों को निशाना बनाया गया, जिसमें चार दो पहिया वाहन शामिल हैं.

एमएस रंधावा ने बताया रविवार को हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. दो SHO को फ्रैक्चर हुआ. एक पुलिसकर्मी आईसीयू में है. पुलिस ने कुछ छात्रों को हिरासत में लिया था. जिन्हें पूछताछ के बाद सोमवार सुबह छोड़ दिया गया. एमएस रंधावा ने कहा, इस घटना को लेकर बहुत सी अफवाहें चल रही हैं, मैं सभी से विशेष रूप से छात्रों से अपील करता हूं कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें. इस घटना में जो भी शामिल है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.