नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Act 2019) पर रविवार को जामिया इलाके में हुए प्रदर्शन के दौरान बसों में आग लगाने के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने सफाई दी है. साउथ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल (Chinmay Biswal) ने कहा, पुलिस ने आग लगाईं नहीं बल्कि बुझाई है. डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा, पुलिस ने बोतलों से पानी डालकर आग बुझाई. उन्होंने कहा, पुलिस ने आग लगाईं यह बात पूरी तरह झूठ और गलत है. उन्होंने कहा रविवार को भीड़ ने बसों को आग के हवाले कर दिया था, तो पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों से पानी लेकर उसे बुझाने की कोशिश की थी.
डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों से अपील की है. उन्होंने छात्रों से कहा है कि उनके विरोध-प्रदर्शन में असामाजिक तत्वों के शामिल होने से विश्वविद्यालय की छवि प्रभावित होगी.छात्रों को शांतिपूर्ण और अनुशासित तरीके से अपना विरोध करना चाहिए.
दिल्ली पुलिस की सफाई-
DCP, South-East Delhi, Chinmoy Biswal: This (Police burnt buses) is an absolute lie. When mob was setting fire to properties, police tried to douse the fire by asking for water from residents. As far as the particular bus is concerned, Police saved it by using water from a bottle pic.twitter.com/mI1Vq7gXKA
— ANI (@ANI) December 16, 2019
बता दें कि जामिया इलाके में रविवार को हुई हिंसा का एक विडियो सामने आया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस पर सवाल उठने लगे. वीडियो में ऐसा दिखाया गया है कि दिल्ली पुलिस गाड़ियों को आग लगा रही है. इस विडियो में एक पुलिसवाला प्लास्टिक का एक कैन बस के पीछे ले जाता हुआ दिख रहा था. बस के पास ही सड़क किनारे आग जल रही थी. साथ ही बस पर भी तोड़फोड़ नजर आ रही थी. इस विडियो के सामने आने के सोशल मीडिया पर सवाल उठने लगे कि क्या पुलिस वाले खुद ही बस में आग लगा रहे हैं?