INX मीडिया केस: पी चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ीं, CBI को केस चलाने के लिए कानून मंत्रालय से मिली मंजूरी
पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम (Photo Credit-IANS )

आईएनएक्स मीडिया केस (INX Media Case) में पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (P Chidambaram) मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं हैं. इस मामले में अब सीबीआई को पी. चिदंबरम के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी मिल गई है. कानून मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय ने इसके लिए सीबीआई को हरी झंडी दे दी है. बता दें कि सीबीआई ने इस मामले में कानून मंत्रालय को पत्र लिखकर पी चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई करने की इजाजत मांगी थी. कानून मंत्रालय ने अब इसकी परमिशन दे दी है. सीबीआई ने 25 जनवरी को दिल्ली हाई कोर्ट से कहा था कि वह आईएनएक्स मीडिया केस में चिदंबरम को कस्टडी में लेकर पूछताछ करना चाहती है. इस पर कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.

सीबीआई की तरफ से पेश हुए सलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दिल्ली हाई कोर्ट से कहा था, 'हम पी. चिदंबरम को अग्रिम जमानत दिए जाने का विरोध कर रहे हैं. हम उन्हें रिमांड में लेकर उनसे पूछताछ करना चाहते हैं. हम मामले की जांच में अपने वैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल करना चाहते हैं.' सीबीआई और ईडी का दावा है कि मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े तमाम सबूत और दस्तावेज उसके पास मौजूद हैं. इस मामले में जांच एजेंसियां चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति से कई बार पूछताछ भी कर चुकी हैं. यह भी पढ़ें- कार्ति चिदंबरम पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, कहा- ED के सामने 5,6,7 और 12 मार्च को पेश हों, 10 करोड़ रुपये कराएं जमा

क्या है INX मीडिया केस

15 मई 2017 को सीबीआई द्वारा दर्ज एक एफआईआर में कहा गया था कि विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) द्वारा INX Media में विदेशी फंड के निवेश के लिए दी गई मंजूरी में कई अनियमितताएं हैं. इस मामले में INX Media में 305 करोड़ का निवेश होना था, ये मामला 2007 का है जब पी चिदंबरम यूपीए सरकार में वित्त मंत्री थे. इस मामले में पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था. सीबीआई का आरोप है कि कार्ति चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया से 10 लाख की रकम बतौर रिश्वत ली थी.

सीबीआई ने कहा था कि कार्ति चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया के खिलाफ चल रहे टैक्स की जांच के मामले को अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर प्रभावित करने की कोशिश की थी.मामले के अन्य आरोपियों में आईएनएक्स मीडिया कंपनी, इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी के निदेशक शामिल हैं. बता दें कि कभी INX Media का मालिकाना हक पीटर और इंद्राणी मुकर्जी के पास था. इन दोनों का नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस में जुड़ा है.