
Jane Street Market Ban in India: भारत ने दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेडिंग कंपनियों में से एक, जेन स्ट्रीट (Jane Street) पर कड़ी कार्रवाई की है. भारत के बाज़ार नियामक SEBI ने इस अमेरिकी कंपनी को भारतीय शेयर बाज़ार में कारोबार करने से रोक दिया है. आरोप है कि कंपनी ने "गैरकानूनी तरीके से मुनाफा" कमाया है. यह किसी भी विदेशी ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ अब तक की सबसे सख्त कार्रवाई में से एक है.
नियामक ने जेन स्ट्रीट (Jane Street) के करीब 4,700 करोड़ रुपये ($567 मिलियन) भी जब्त कर लिए हैं. हालांकि, जेन स्ट्रीट ने इन आरोपों से इनकार किया है.
जेन स्ट्रीट आखिर है क्या?
जेन स्ट्रीट एक बहुत बड़ी अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी (US Trading Company) है. इसके ऑफिस अमेरिका, यूरोप और एशिया में हैं, जहाँ 3,000 से ज्यादा लोग काम करते हैं. यह कंपनी दुनिया के 45 देशों के शेयरों में खरीद-बिक्री करती है.
इस कंपनी की शुरुआत साल 2000 में हुई थी और पिछले साल इसकी कमाई 20.5 बिलियन डॉलर (लगभग 1.7 लाख करोड़ रुपये) थी.
कंपनी अपनी वेबसाइट पर खुद को "पहेलियां सुलझाने वाली फर्म" बताती है. इसका कहना है कि यह गणित और एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके बाज़ार में कीमतों को स्थिर और भरोसेमंद बनाए रखने में मदद करती है.
भारत में जेन स्ट्रीट कैसे काम करती थी?
जेन स्ट्रीट भारत में अपनी चार अलग-अलग कंपनियों के जरिए काम कर रही थी. इनमें से दो भारत में हैं और बाकी दो हॉन्ग कॉन्ग और सिंगापुर में रजिस्टर्ड हैं. इन विदेशी कंपनियों ने भारत में विदेशी निवेशक के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराया था.
भारत में इसका कारोबार कितना बड़ा था?
SEBI के आदेश के मुताबिक, जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच, जेन स्ट्रीट की इन चारों कंपनियों ने मिलकर भारतीय बाज़ार में इक्विटी ऑप्शंस (Equity Options) में ट्रेडिंग करके करीब 41,500 करोड़ रुपये ($5 बिलियन) का मुनाफा कमाया.
जेन स्ट्रीट का नाम भारत में पिछले साल तब सुर्खियों में आया था, जब उसने एक दूसरी कंपनी मिलेनियम मैनेजमेंट (Millennium Management) पर केस कर दिया था. जेन स्ट्रीट का आरोप था कि उस कंपनी ने उसकी एक खास ट्रेडिंग ट्रिक चुरा ली है.
अमेरिका में कोर्ट की सुनवाई के दौरान पता चला कि यह ट्रिक भारतीय बाज़ारों से जुड़ी थी और जेन स्ट्रीट ने सिर्फ 2023 में इससे 1 बिलियन डॉलर (लगभग 8,300 करोड़ रुपये) का मुनाफा कमाया था. हालांकि, बाद में दोनों कंपनियों ने कोर्ट के बाहर ही समझौता कर लिया.
जेन स्ट्रीट पर भारत में क्या आरोप हैं?
भारत के बाज़ार नियामक SEBI का कहना है कि जेन स्ट्रीट ने बाज़ार को गलत तरीके से प्रभावित किया. आरोप इस तरह हैं:
- सबसे पहले, जेन स्ट्रीट ने बड़ी मात्रा में बैंकिंग स्टॉक और फ्यूचर्स खरीदे, जिससे बैंकिंग इंडेक्स कुछ समय के लिए ऊपर चढ़ गया.
- इसके बाद, उसने अचानक बड़ी मात्रा में वही बैंकिंग स्टॉक और फ्यूचर्स बेच दिए.
SEBI का मानना है कि इस तरह की बड़ी खरीद-बिक्री देखकर आम यानी रिटेल निवेशकों को लगा कि बाज़ार ऊपर जा रहा है और उन्होंने भी पैसा लगा दिया. इस तरह जेन स्ट्रीट ने बाज़ार के साथ हेरफेर किया और गलत तरीके से मुनाफा कमाया.