How To Retrieve Lost Aadhaar Enrolment ID: आज के समय में आधार कार्ड (Aadhaar Card) बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है, चाहे वो नया बैंक अकाउंट खुलवाना हो या रसोई गैस कनेक्शन, या फिर कोई सरकारी कागजात बनवाना हो. हर जगह भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी आधार कार्ड की आवश्यकता पड़ती है. Aadhaar Address Change: ऑनलाइन करेक्ट करें अपने आधार कार्ड पर पता, फटाफट जानें आसान स्टेप्स
यूआईडीएआई ने आधार कार्ड में सुधार या बदलाव के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प दिए है. जिसके जरिए कोई भी व्यक्ति आसानी से कुछ रुपए शुल्क देकर आधार में दी हुई कोई भी जानकारी यहां तक की तस्वीर सुधार या बदलाव सकता है. ध्यान रहें ऑनलाइन सेवा का लाभ लेने के लिए आपका मोबाइल नंबर यूआईडीएआई में रजिस्टर्ड होना जरुरी है.
अपने खोए हुए आधार नामांकन आईडी (Enrolment ID) को वापस पाने के लिए नीचे बताये हुए स्टेप्स को फॉलो करें-
यूआईडीएआई पोर्टल (UIDAI Portal) से-
स्टेप 1- यूआईडीएआई के आधिकारिक पोर्टल (uidai.gov.in) पर जाएं और विकल्प ‘Retrieve Lost or Forgotten EID/UID’ पर क्लिक करें.
स्टेप 2- अब सभी आवश्यक और अनिवार्य डिटेल्स दर्ज करें, फिर ‘ओटीपी भेजें’ विकल्प पर क्लिक करें.
स्टेप 3- आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी (OTP) मिलेगा जिसे आपको अगले पेज पर प्रमाणित (Authenticate) करना होगा.
स्टेप 4- एक बार ओटीपी सबमिट होने के बाद तुरंत आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आधार विशिष्ट पहचान संख्या (Aadhaar Unique Identity Number) भेज दी जाएगी.
mAadhaar मोबाइल ऐप से-
स्टेप 1- सबसे पहले MAadhaar ऐप डाउनलोड करें और खोलें. फिर ‘Retrieve EID/UID’ विकल्प पर टैप करें.
स्टेप 2- अब सभी आवश्यक जानकारियों को सही से भरें और 'Request OTP' पर टैप करें
स्टेप 3- आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी (OTP) मिलेगा जिसे आपको अगले पेज पर प्रमाणित (Authenticate) करना होगा.
स्टेप 4- इसके बाद mAadhaar ऐप में नया पेज खुलेगा, जहां आपके आधार की नामांकन आईडी या आधार संख्या दी हुई होगी.
उल्लेखनीय है कि देश में कम से कम 90 फीसदी आबादी के पास आधार कार्ड मौजूद है. यह देश के नागरिकों का सबसे बड़ा बायोमीट्रिक डाटाबेस है. यूआईडीएआई के मुताबिक आधार की तकनीकी संरचना इस तरह से तैयार की गई है कि इसमें सेंध लगाना नामुमकिन है. इसके तहत उच्च स्तरीय निजता और सूचना सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुए क्लीयर डाटा वेरीफिकेशन, ऑथिनटिकेशन और डी-डुप्लीकेशन को परखा गया है.