EPFO Interest Rate News: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की दो दिवसीय बैठक शुरू है. सोमवार से शुरू होकर यह बैठक कल यानी मंगलवार तक चल चलेगी. ईपीएफओ की बैठक में ब्याज दर के बारे में फैसला लिया जा सकता है. इससे ईपीएफओ के करीब सात करोड़ सक्रिय सदस्यों को अपनी ईपीएफ बचत पर ब्याज दर को जानने का इंतजार खत्म हो जायेगा. मार्च 2022 में, सरकार ने 2021-22 के लिए 8.1% ईपीएफ दर घोषित की थी, जो 1977-78 के बाद 40 साल में सबसे कम थी.
श्रम और रोजगार मंत्रालय के मुताबिक, ईपीएफओ ने इस साल जनवरी में 14.86 लाख सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं, वहीं, मंत्रालय ने कहा कि इस दौरान कम से कम 3.54 लाख सदस्य ईपीएफओ से बाहर हुए, जो पिछले चार महीनों में सबसे कम संख्या थी. यह भी पढ़े: EPFO Interest Rates Hike: EPF पर बढ़ाया जाएगा ब्याज? केंद्रीय मंत्री ने संसद में दिया ये जवाब
केंद्रीय न्यासी बोर्ड ब्याज बढ़ाने के बारे में फैसला लेता है तो 2022-23 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर अंतिम सहमति के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाएगा. वित्त मंत्रालय के माध्यम से इसकी पुष्टि करने के बाद ही ब्याज दर दिया जायेगा. मार्च 2020 में, ईपीएफओ ने भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर को 2019-20 के लिए 8.5 प्रतिशत के सात साल के निचले स्तर पर घटा दिया था, जो 2018-19 के लिए 8.65 प्रतिशत प्रदान किया गया था.
वहीं ईपीएफओ ने 2016-17 में अपने ग्राहकों को 8.65 प्रतिशत और 2017-18 में 8.55 प्रतिशत ब्याज दर प्रदान की थी. 2015-16 में ब्याज दर 8.8 प्रतिशत से थोड़ी अधिक थी. रिटायरमेंट फंड बॉडी ने 2013-14 के साथ-साथ 2014-15 में 8.75 फीसदी ब्याज दिया था, जो 2012-13 के 8.5 फीसदी से ज्यादा है. 2011-12 में ब्याज दर 8.25 फीसदी थी.