WhatsApp OTP Scam: आज कल व्हाट्सऐप ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) स्कैम बहुत जादा चल रहा है. दुनियाभर में करोड़ों लोग सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करते है. कई बार व्हाट्सऐप यूजर्स सावधानी नहीं बरतते है और साइबर क्रिमिनल्स के झांसे में आकर खुद का बड़ा नुकसान कर लेते है. WhatsApp चैट्स को लीक होने से बचाने के लिए करें ये काम, फिर नहीं लगेगी प्राइवेसी में सेंध
फेसबुक (Facebook) के स्वामित्व वाली मेसेजिंग ऐप व्हाट्सएप (WhatsApp) के जरिये लोगों को जमकर चूना लगाया जा रहा है. अपने भी व्हाट्सऐप ओटीपी स्कैम से जुड़ी कई खबरे पढ़ी होंगी. धोखाधड़ी के इस नए प्रारूप में साइबर क्रिमिनल्स दोस्त या परिजन की आड़ लेकर आपसे ओटीपी कोड आसानी से हासिल कर लेते है और फिर आपकी प्राइवेसी में सेंध लगाते है.
हैकर्स पीड़ित को उनसे ओटीपी फॉरवर्ड करने के लिए कहते हैं ताकि वे इमरजेंसी के दौरान जरूरी पैसे का लेनदेन पूरा कर सकें. दरअसल अपराधी इसके पीछे एक ठोस बहाना बताते है, जैसे अस्पताल के बिल का भुगतान, अर्जेंट शॉपिंग का बिल देना आदि. साइबर क्रिमिनल्स आमतौर पर पीड़ित को गलती से ओटीपी भेजने का नाटक करते है. पीड़ित इस ओटीपी को वापस भेजने के लिए कहते है.
इस तरह से बरगलाते है धोखेबाज-
Red alert: major WhatsApp hack going around. Dozens of friends/family hacked. Simple MO, you get this urgent WA msg from a friend, asking to share a code sent to you by SMS. Then they take over your WA and send the phishing msg to your contacts.
NEVER SHARE AN OTP WITH ANYONE pic.twitter.com/kdCkmTA21N
— PKR | প্রশান্ত | پرشانتو (@prasanto) November 19, 2020
दरअसल यह पूरा खेल पीड़ित के व्हाट्सऐप को हैक करने के लिए किया जाता है. एक बार जब आप इस स्कैम का शिकार हो जाते हैं, तो हैकर्स आपके व्हाट्सऐप अकाउंट को वेब पर एक्सेस करते है और आपके कॉन्टेक्ट्स के फोन नंबर और फोटो हासिल कर लेते है. WhatsApp Pay: क्या पैसे भेजने पर लगेगा अलग चार्ज? जानिए व्हाट्सएप पे की 6 अहम बातें
याद रखें सोशल नेटवर्किंग के दौरान कभी भी आपके परिवार का विवरण, पते, व्यक्तिगत तस्वीरें, जैसी व्यक्तिगत संवेदनशील जानकारी नही डालें, उनका दुरुपयोग हैकर्स द्वारा किया जा सकता है. अधिकांश साइटें व ऐप गोपनीयता सेटिंग्स विकल्प प्रदान करती हैं, जिसकी मदद से ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचा जा सकता है. व्हाट्सऐप समेत किसी भी सोशल नेटवर्किंग पर किसी से अहम जानकरियां साझा करते समय बहुत अधिक सावधानी बरतनी चाहिए. अपने मोबाइल या इमेल पर प्राप्त ओटीपी को कतई साझा नहीं करें.