नई दिल्ली: ऑनलाइन रेल टिकट खरीदना जल्द मंहगा हो सकता है. दरअसल रेलवे फिर से ई-टिकट पर सर्विस चार्ज लगाने की योजना पर काम कर रहा है. इससे पहले डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने ई-टिकटों पर से सर्विस चार्ज खत्म कर दिया था. यात्रियों को पहले सर्विस चार्ज के तौर पर स्लीपर क्लास के टिकट के लिए 20 रुपये और एसी क्लास के टिकट के लिए 40 रुपये चुकाने पड़ते थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में वित्त मंत्रालय ने इसको लेकर रेलवे को एक पत्र भी लिखा है. बताया जा रहा है कि ई-टिकटों से सर्विस चार्ज हटाये जाने के बाद से वित्त मंत्रालय रेलवे को 88 करोड़ रुपये देता था. इस फैसले से आईआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खानपान व पर्यटन निगम) को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा था. इसलिए आईआरसीटीसी स्लीपर क्लास के लिए ऑनलाइन टिकट बुक करने पर 20 रुपये और एयर कंडीशन्ड क्लास के टिकट बुक करने पर 40 रुपये का सेवा शुल्क (सर्विस चार्ज) वसूल सकता है.
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आईआरसीटीसी नवंबर 2016 तक यात्रियों से ई-टिकटों पर सर्विस चार्ज वसूलती थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक आईआरसीटीसी की वैबसाइट पर हर महीने करीब 12 लाख टिकटों की बुकिंग होती है. इन टिकट के लिए भुगतान थर्ड पार्टी यानी की बैंक, यूपीआई, मोबाइल वॉलेट और डेबिट-क्रेडिट कार्ड पेमेंट गेटवे की मदद से किया जाता है.
आपको बता दें कि जिन लोगों को कन्फर्म टिकट नहीं मिल पता उनके पास एकमात्र उपाय तत्काल टिकट बचता है, जो कि ट्रेन छुटने के 24 घंटे पहलें मिलता है. ट्रेन के प्रस्थान करने की तारीख से एक दिन पहले तत्काल टिकट ऑनलाइन या रेलवे के आरक्षण केंद्र से बुक कराया जा सकता है. रेलवे ने सभी एसी क्लास का तत्काल टिकट सुबह 10 बजे और स्लीपर क्लास यानि गैर-एसी क्लास का तत्काल टिकट सुबह 11 बजे से शुरू करने का नियम बनाया हुआ है.