इंदौर: स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक दुर्लभ तेंदुए की प्रजाति "किंग लेपर्ड" की तस्करी के लिए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी व्यक्ति ग़फ़्फ़ार के तीन साथियों को वन विभाग ने किंग तेंदुए की उसी प्रजाति के नाखूनों के साथ पिछले साल नवंबर 2018 में पकड़ा था. इसके तुरंत बाद पुलिस ने तत्कालीन लापता आरोपी गफ्फार को खोजने के लिए तलाशी अभियान चलाया, जो कथित तौर पर बाघ की खाल तस्करी में शामिल था. "हमने गफ्फार को तेंदुए की खाल के साथ पकड़ा है, जिसकी कीमत करोड़ों रूपये है. गफ्फार के साथी, शाकिर मौलाना, शिवा बाबा और बलदेव को पहले वन विभाग ने पकड़ा था. इसके तुरंत बाद हमने गफ्फार की तलाश शुरू कर दी थी. गफ्फार को पकड़ने के लिए वन विभाग ने भी घोषणा की थी और उसे खोजकर लाने वाले के लिए नगद इनाम भी रखा था. महाराष्ट्र सीबीआई भी इस गिरोह की तलाश में थी, लेकिन वे इंदौर में पकड़े गए थे ये बात "एसटीएफ इंस्पेक्टर एमए सैय्यद ने कहा.
मध्य प्रदेश एसटीएफ एडीजी अशोक अवस्थी ने बताया कि उन्हें अपने विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली थी कि चंदन नगर इलाके में लेपर्ड की खाल बेचने के लिए कुछ लोग घूम रहे हैं, जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर तस्करी करने वाले मुख्य आरोपी गफ्फार और उसके साथी को किंग लेपर्ड की खाल के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
देखें ट्वीट:
Indore: Police Special Task Force (STF) arrested a smuggler and recovered from his possession a King leopard's skin, yesterday. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/9J3GtWS6tS
— ANI (@ANI) September 5, 2019
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पुलिस के अनुसार 'किंग तेंदुआ' दक्षिण अफ्रीका में पाया जाता है, लेकिन ये भारत के दक्षिणी राज्य कर्णाटक में भी पाए गए हैं, 'किंग तेंदुआ' की प्रजाति धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही है.