राजधानी (Rajdhani), शताब्दी (Shatabdi), दुरंतो (Duronto) और सुपरफास्ट ट्रेनों (Superfast Trains) में सफर के दौरान झटके लगना जल्द ही पुरानी बात हो जाएगी. दरअसल, तकनीक के साथ आगे बढ़ते हुए भारतीय रेल (Indian Railways) ने 500 ट्रेनों की यात्रा को इस साल मार्च महीने के अंत तक झटका मुक्त करने का निर्णय लिया है. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, भारतीय रेल मार्च महीने के अंत तक सभी विशेष लिंक हॉफमेन बुश (LHB) डिब्बों के कप्लर्स को बदलने की प्रकिया पूरी कर लेगा. दरअसल, एलएचबी डिब्बों में सफर के दौरान झटका इसलिए लगता है क्योंकि इसमें सेंटर बफर कप्लर (CBC) सिस्टम लगा होता है जो डिब्बों को जोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
रेलवे इन पुराने कप्लर्स को नए तरह के कप्लर्स से बदलेगा जिससे यात्रियों को सफर में मिलने वाले झटकों से छुटकारा मिलेगा. रेलवे इस बार बैलैंस्ड ड्राफ्ट गियर के साथ नया सेंटर बफर कप्लर लगाएगा. इस नए बैलैंस्ड ड्राफ्ट गियर कपलिंग्स में उच्च क्षमता वाले शॉक एब्जॉर्बर्स लगे हैं जिसके जरिए ये सफर के दौरान झटकों को कम करता है. यह भी पढ़ें- RRB ALP Answer Key CBT 2: इस हफ्ते जारी होगी आंसर की, इस लिंक पर क्लिक कर देखें
रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे के बेड़े में अभी 12 हजार एलएचबी कोच हैं. इन 12 हजार एलएचबी कोचों में से लगभग 800 कोचों में कप्लर्स को बदलने का काम बाकी है. इन 800 कोचों में कप्लर्स बदलने का काम पूरा हो जाए उसके बाद करीब 500 ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों को झटकों से छुटकारा मिल जाएगा.