पाकिस्तान की करतूतों से पूरी दुनिया वाकिफ है. वहीं इंटरनेशल लेवल पर भारत ने हमेशा से पुख्ता सबूतों के साबित किया है कि पाकिस्तान की जमीन पर आतंकवाद पलता है. आतंकवाद के मुद्दे पर एक बार फिर से पाकिस्तान को भारत ने फिर से घेरा. संसद अध्यक्षों के पांचवें विश्व सम्मेलन (5th World Conference of Speakers of Parliament) के दूसरे दिन गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए पाकिस्तान को जमकर लताड़ा. भारत ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान को अलग-थलग कर देना चाहिए ताकि आतंकी गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए आर्थिक व्यय बढ़ाया जा सके. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अपनी धरती पर लगभग 40 हजार आतंकवादी होने की बात स्वीकार की है.
उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी संसद में दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को शहीद कहा था. इस दौरान 1965, 1971, 1999 (कारगिल) युद्ध का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की परस्त में पलने वाले आतंकवादियों ने मुंबई और संसद पर हमला, उरी, पुलवामा आदि को अंजाम दिया था. उन्होंने कहा कि आतंकवाद नीति को हाफिज सईद, मसूद अजहर और एहसानुल्लाह एहसान जैसे लोगों के खिलाफ स्टेस स्पॉनसर पॉलिसी के रूप को दर्शाता है.
आकाशवाणी का ट्वीट:-
भारत ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को #पाकिस्तान को अलग-थलग कर देना चाहिए ताकि आतंकी गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए आर्थिक व्यय बढ़ाया जा सके। उसने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अपनी धरती पर लगभग 40 हजार आतंकवादी होने की बात स्वीकार की है।
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) August 20, 2020
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला का ट्वीट:-
India’s right of reply to statement by Pakistan at #5WCSP @IPUparliament @IPUPresident pic.twitter.com/qPUofJbaCo
— Lok Sabha Speaker (@loksabhaspeaker) August 20, 2020
भारत ने कहा कि यूएन एनालिटिकल सैक्सन मॉनिटरिंग टीम ने आतंकवादियो के निर्यातक के रूप में पाकिस्तान का जिक्र किया है. पाकिस्तान एक ऐसा देश है जहां पर 6 हजार से ज्यादा नागरिक आतंकवाद से जुड़े हैं. वहीं, भारत ने जम्मू-कश्मीर मसले पर स्पष्ट कहा कि यह भारत का आतंरिक मामला है. आगे भी यह मसला सिर्फ भारत का ही रहेगा. भारत ने पाकिस्तान से आतंकवाद को खत्म करने की अपील की और कहा कि इसे हमारे शांति वाले रूख को हमारी कमजोरी न समझें.