संयुक्त राष्ट्र, 27 सितंबर : भारत ने यूएन में पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई है. दरअसल पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया. उन्होंने यह भी कहा कि नई दिल्ली को अनुच्छेद 370 को खत्म करने के फैसले को पलटना चाहिए. भारत ने इसका करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान के बायन को एक 'हास्यास्पद' बताया.
भारतीय राजनयिक भाविका मंगलनंदन ने यूएनजीए में बोलते हुए कहा, 'आज सुबह इस सभा ने दुर्भाग्य से एक हास्यास्पद घटना देखी, आतंकवाद, ड्रग्स के व्यापार, अंतरराष्ट्रीय अपराध के लिए वैश्विक रूप से बदनाम और सेना द्वारा संचालित एक देश ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने का दुस्साहस किया.' यह भी पढ़ें : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने का हकदार है भारत: भूटान
भारतीय राजनयिक ने कहा, "जैसा कि दुनिया जानती है, पाकिस्तान ने अपने पड़ोसियों के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है, इसने हमारी संसद, हमारी वित्तीय राजधानी मुंबई, बाजारों और तीर्थयात्रा मार्गों पर हमला किया. यह लिस्ट बहुत लंबी है, ऐसे देश के लिए कहीं भी हिंसा के बारे में बात करना पाखंड है.'
मंगलनंदन ने आगे कहा, "यह और भी असाधारण है कि एक देश जिसका इतिहास धांधली वाले चुनावों का रह है, वह लोकतंत्र में राजनीतिक विकल्पों के बारे में बात करता है, सच्चाई यह है कि पाकिस्तान हमारे क्षेत्र को लालच भरी निगाह से देखता है. उसने जम्मू और कश्मीर में चुनावों को बाधित करने के लिए लगातार आतंकवाद का इस्तेमाल किया है, जो भारत का एक अविभाज्य और अभिन्न अंग है."
भारतीय राजनयिक ने कहा, "एक राष्ट्र जिसने 1960-71 में नरसंहार किया और जो अपने अल्पसंख्यकों पर लगातार अत्याचार करता है, वह अब भी, असहिष्णुता और भय के बारे में बोलने की हिम्मत रखता है."
मंगलनंदन ने आगे कहा, "हम एक ऐसे देश के बारे में बात कर रहे हैं जिसने लंबे समय तक ओसामा बिन लादेन को पनाह दी, एक ऐसा देश जिसका संबंध दुनिया भर में कई आतंकवादी घटनाओं से रहा है. हम जानते हैं कि पाकिस्तान झूठ को और अधिक दोहराकर सच्चाई का मुकाबला करने की कोशिश करेगा. इससे कुछ भी नहीं बदलेगा. हमारा रुख स्पष्ट है और इसे दोहराने की आवश्यकता नहीं है.