भारत और चीन में तनातनी (India-China Dispute) बरकार है. चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. वहीं भारत अब किसी भी हाल में चीन की हिमाकत को बर्दाश्त करने के मूड में नजर नहीं आ रहा है. यही कारण हैं कि गलवान घाटी में हुई लड़ाई के बाद भारत ने चीन से दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है. इसी कड़ी में एक बार फिर से पैंगोंग झील के दक्षिण तट पर यथा स्थिति को दलने और उकसाने की गतिवधि की. जिसके बाद पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) सैनिकों फिर से मुंह की खानी पड़ी. जिसके बाद से चीन झल्लाया हुआ है. चीन की झुंझलाहट का अंदाजा इसी बात से लगाया सकता है कि वहां की मिडिया हो या फिर चीनी मंत्री सभी जहर उगल रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार चीनी विदेश मंत्री ने नसीहत दी है.
भारतीय सेना के मुंह की खाने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय (Chinese Foreign Ministry) ने आरोप लगाया है कि भारत ने पहले सीमा और नियमों का उल्लंघन किया. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सेना गैरकानूनी तरीके से LAC को क्रॉस कर गए हैं. उसने कहा, हम भारत से अपील करते हैं कि वे अपने सैनिकों को कंट्रोल करें और सैनिकों को वापस बुला ले नहीं तो तनाव बढ़ेगा.
ANI का ट्वीट:-
Indian side claims it "pre-empted" Chinese military activity. India's statements reveal the fact that Indian troops were first to have illegally crossed #LAC, changed status quo in border areas, & violated bilateral agreements & important consensus: Chinese Foreign Ministry Spox
— ANI (@ANI) September 2, 2020
बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्ताव ने मंगलवार को कहा था कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने सोमवार को एक बार फिर उकसाने वाली कार्रवाई की, जब दोनों पक्षों के कमांडर दो दिन पहले पैंगोंग झील इलाके में यथास्थिति बदलने की चीनी कोशिशों के बाद तनाव घटाने के लिये बातचीत कर रहे थे. इससे पहले, दोनों पक्षों के बीच पैंगोंग झील के उत्तरी तट पर एक टकराव हुआ था लेकिन इस तरह की घटना इसके दक्षिणी तट पर पहली बार हुई.