नई दिल्ली: वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन (China) के साथ जारी गतिरोध के बीच एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक एलएसी पर दबदबा बनाने में नाकाम चीन अब भारत की जासूसी करवा रहा है. चीन अपनी नापाक साजिश के लिए तरह तरह के डिजिटल प्लेटफॉर्मो की मदद से संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों व प्रसिद्ध भारतीयों की जासूसी कर रहा है. चीन इन सभी जानकारियों का उपयोग करके भारत के खिलाफ नई साजिश रचने की फिराक में है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) से संबंध रखने वाली चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी हजारों भारतीयों पर नजर बनाए हुए है. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi), कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi), पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), दिग्गज बिज़नेस मैन रतन टाटा और गौतम अडानी से लेकर राधे मां (Radhe Maa) तक का नाम शामिल हैं. चीनी सेना ने अमेरिका को विश्व शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि झेन्हुआ इंफोटेक (Zhenhua Data Information Technology Co. Limited) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनका परिवार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अशोक गहलोत और अमरिंदर सिंह, उद्धव ठाकरे, नवीन पटनायक और शिवराज सिंह चौहान के अलावा केंद्रीय कैबिनेट मंत्री राजनाथ सिंह, रविशंकर प्रसाद, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी और पीयूष गोयल की जासूसी कर रही है. इसके अलावा देश की डिफेंस से जुड़े सीडीएस जनरल बिपिन रावत, सेना, नौसेना और वायु सेना के कम से कम 15 पूर्व प्रमुखों पर भी नजर रखी जा रही है.
इसके अलावा देश के मुख्य न्यायाधीश शरद बोबडे समेत कई लोकपाल तक की जासूसी हो रही है. जबकि कई स्टार्टअप दिग्गज भी चीन के निशाने पर है. उधर, इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार ने कहा कि चीन द्वारा ‘हाइब्रिड युद्ध’ का पर्दाफाश होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है.