
वर्धा, महाराष्ट्र: राज्य में लाडकी बहिन योजना की महिला लाभार्थियों के आवेदनों का सत्यापन किया जा रहा है. जो महिलाएं योजना के मानदंडों पर खरी नहीं उतरेंगी उन्हें इस योजना से हटाया जाएगा. वर्धा जिले में यह बात सामने आई है कि जिन लाडकी बहनों के पास कार है, उन्हें भी लाडली बहन योजना का लाभ मिला है.जिले में लाडकी बहिन योजना के लाभार्थियों के आवेदनों का सत्यापन किया जा रहा है.इस हिसाब से जिले की 3200 महिलाएं अयोग्य हो जाएंगी. महायुति सरकार की लोकप्रिय लाडकी बहिन योजना के मानदंड कड़े कर दिए गए हैं.
जो महिलाएं इस योजना की पात्रता में फिट नहीं बैठेंगी उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा. लाडकी बहिन योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं के पास कार होने पर उन्हें इस योजना से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा. पुरे राज्य की लाखों लाडकी बहनों के आवेदनों की अब जांच की जा रही है. अब वर्धा जिले की 3,200 महिलाएं इस योजना से अलग हो जाएगी. विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार ने लाडकी बहिन योजना शुरू की थी. इस योजना के माध्यम से राज्य में महिलाओं के खाते में सीधे 1500 रुपये जमा किए गए थे. इस रिपोर्ट को 'साम टीवी ' डिजिटल ने प्रकाशित किया है.ये भी पढ़े:Ladki Bahin Yojana: लाडकी बहनों के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई, मुंबई में फेक आवेदन को लेकर 22 हजार को लिस्ट से किया बाहर
वर्धा जिले की 3200 महिलाएं होगी लाभ से वंचित
अब इस योजना के लिए नए नियम लाए गए हैं. अब वे महिलाएं इस योजना का लाभ नहीं उठा सकतीं जिनके घर में कार है. परिवहन विभाग ने उन महिलाओं की सूची महिला एवं बाल कल्याण विभाग को भेज दी है जिनके नाम पर कार हैं. बताया जा रहा है कि 18 पात्र महिलाओं ने इस योजना का लाभ न देने के लिए आवेदन किया है.
चुनाव से पहले लागू योजना में चुनाव के बाद बदलाव
राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले आवेदन करने वाली सभी लाडकी बहिनों को योजना का लाभ देते हुए उनके खातों में 1500 रुपये प्रति माह जमा करना शुरू कर दिया था. लेकिन चुनाव के बाद सरकार ने इस योजना के लिए नए नियम और शर्तें लागू कर दी हैं. जिसके कारण कई लाडकी बहनों को अब अपात्र होने का खतरा है.