
Ladki Bahin Yojana: लाडकी बहिन योजना शुरू में राज्य भर की महिलाओं को बहुत अच्छी लगी. राज्य की महिलाओं ने इस योजना का पुरजोर समर्थन किया. इसका तत्कालीन राज्य सरकार को राजनीतिक लाभ भी मिला.जिसके चलते एक बार फिर से महायुति की सरकार सत्ता में आई और सीएम देवेंद्र फड़णवीस मुख्यमंत्री बने. इसी बीच अब 'कहानी में ट्वीट्स आ गया है'. राज्य सरकार ने लाभ लेने वाली कई महिलाओं पर सीधी कार्रवाई करने के मूड में है.
जिसमें से सबसे ज्यादा असर मुंबई शहर की लाडकी बहनों पर हुआ है.प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राज्य सरकार ने करीब 22 हजार ऐसी महिलाओं को लाभार्थियों की सूची से बाहर कर दिया है जो मानदंडों और नियमों में फिट नहीं बैठती हैं. इस योजना के तहत यह अब तक की ये सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.ये भी पढ़े:Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana: माझी लाडकी बहीण योजना के तहत लाभार्थियों को कब मिलेगी जनवरी महीने की किस्त, अदिति तटकरे ने बताई तारीख
मुंबई की लाडकी बहनों को झटका
लड़की बहिन योजना के शुभारंभ के बाद से, राज्य सरकार ने मानदंडों पर विचार किए बिना आवेदन करने वाली और आयु वर्ग में फिट होने वाली महिलाओं को लाभ दिया है.अतः लाभार्थियों की संख्या बढ़कर करोड़ों में हो गई.इससे सरकारी खजाने पर भारी बोझ पड़ा.इतना कि राज्य सरकार को इस योजना को जारी रखने में दिक्कतें आने लगीं. खबर यह भी है कि सरकार को इस योजना के लिए फंड तय करने में दूसरे विभागों के फंड में भी कटौती करनी पड़ रही है.
राज्य में अन्य योजनाएं ठप हैं और उन योजनाओं के लाभार्थी लाभ का इंतजार कर रहे हैं. इसमें काफी हद तक वरिष्ठ नागरिक भी शामिल हैं.इस बीच साम टीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य सरकार ने इस योजना के लिए मुंबई की महिलाओं के आवेदनों की जांच शुरू कर दी है. इस जांच में नियमों का उल्लंघन कर लाभ पाने वाली 22 हजार महिलाओं को बाहर कर दिया गया है. इसलिए इन महिलाओं को अगली किस्त नहीं मिलेगी.
पहले से ही अमीर महिलाओं ने भी लिया लाभ
जब राज्य सरकार ने लाडकी बहिन योजना के लिए प्राप्त आवेदनों की जांच की, तो यह सामने आया कि कई महिलाओं के पास कारें भी हैं. कुछ महिलाओं के परिवार के सदस्य सरकारी सेवा में हैं.कई महिलाओं ने अपना इनकम टैक्स भी दिया है. उनमें से कुछ महिलाएं स्व-रोज़गार हैं, व्यवसाय करती हैं और उनकी वार्षिक आय 2.5 लाख से अधिक है. इसके बावजूद उन्हें योजना का लाभ मिला है, ऐसी महिलाओं की संख्या अधिक होने के कारण राज्य सरकार ने कार्रवाई की है और उनके आवेदन अमान्य घोषित कर दिए हैं.
लाडकी बहिन के नियम
यदि आप स्वयं या आपके घर का कोई सदस्य लाडकी बहिन योजना का लाभार्थी है या बनना चाहता है, तो उसे निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना होगा.यदि मानदंड पूरे नहीं किए गए तो आपका आवेदन अस्वीकृत किया जा सकता है.
ये है मानदंड
महिला आवेदक/लाभार्थी की आयु 18 वर्ष और 65 वर्ष से कम होनी चाहिए.
आवेदक/लाभार्थी महिला के परिवार की वार्षिक आय अधिकतम ढाई लाख रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए.
परिवार का सदस्य किसी भी सरकारी सेवा, रोजगार, लाभ में नहीं होना चाहिए. वह आयकर दाता नहीं होना चाहिए.
आवेदक/लाभार्थी अथवा उनके परिवार के पास किसी भी प्रकार का फोर व्हीलर वाहन नहीं होना चाहिए. एकमात्र अपवाद ट्रैक्टर है.
आवेदक/लाभार्थी महिला को संजय गांधी निराधार योजना या समान सरकारी योजना से लाभान्वित नहीं होना चाहिए.
इस बीच, राज्य सरकार ने न केवल मुंबई बल्कि राज्य के अन्य सभी जिलों में लाडकी बहिन योजना आवेदकों का सत्यापन शुरू कर दिया है. जिसमें लाभार्थियों की सूची का वर्गीकरण एवं परीक्षण कलेक्टोरेट स्तर पर किया जा रहा है.इस कार्य के लिए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ), पर्यवेक्षक एवं आंगनबाडी सेविकाएं लाभार्थी के घर जाकर पूछताछ एवं निरीक्षण कर रही हैं.जिससे लाभार्थियों की आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलने लगी है. इसके अलावा, कई लाभार्थियों को मानदंडों का उल्लंघन करते हुए पाया गया है. इन सभी महिलाओं का नाम योजना के लाभार्थियों की सूची से बाहर कर दिया गया है.