मध्यप्रदेश : सिवनी में बाघ की बढ़ी गतिविधियों ने ग्रामीणों की जिंदगी पर डाला असर, खेत में जाने से डरने लगे हैं किसान
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit- Pixabay)

सिवनी : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सिवनी जिले के जंगल में बाघ की बढ़ी गतिविधियों ने ग्रामीणों की जिंदगी पर असर डाला है. अब तो किसान खेत तक पर जाने से डरने लगे हैं. वन विभाग द्वारा बाघ को पकड़ने का अभियान तेज कर दिया गया है. वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, दक्षिण वन क्षेत्र के कुरई परिक्षेत्र के परासपानी गांव के आसपास के जंगल में बाघ की सक्रियता बढ़ी है.

उसने बीते चार दिनों में दो लोगों ग्रामीण पंचम गाजबे और बिजली विभाग का कर्मचारी यशवंत बिसेन पर हमला किया था. इसके बाद से ग्रामीण दहशत में हैं. ग्रामीणों ने बताया कि बाघ को जंगल में देखे जाने के बाद से वे खेतों पर नहीं जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें : कांग्रेस मध्यप्रदेश में तलाश रही है हार का कारण, सीएम कमलनाथ दिल्ली दौरे पर

फसल की सिंचाई और अन्य कार्य रुके पड़े हैं. हेमराज गहने का कहना है कि बाघ की सक्रियता के बाद से मवेशियों को जंगल में चरने को नहीं भेज रहे हैं. उन्हें डर है कि कहीं बाघ मवेशियों को भी अपना शिकार न बना ले.

वन विभाग के रुखड़ क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) राकेश कोड़ोपे ने संवाददाताओं को बताया कि बाघ पर वन विभाग का अमला नजर रखे हुए है. उसे पकड़ने के लिए जरूरत पड़ी तो पिंजरा लगाया जाएगा. इस प्रयास में सफलता न मिलने पर हाथियों की मदद से बाघ को घेरकर बेहोश कर पकड़ने की कोशिश होगी.