मंगलुरु में पीएम मोदी के अचानक रोड शो में भारी भीड़
कर्णाटक रोड शो के दौरान पीएम (Photo: ANI)

मंगलुरु (कर्नाटक): 2 सितंबर (एएनआई): शुक्रवार को मंगलुरु में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा संबोधित कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाली सड़कों पर बड़ी संख्या में लोग निकले. रोड शो के दौरान सड़कों पर जमा लोगों ने उत्साहपूर्वक प्रधानमंत्री की जय-जयकार करते हुए नारेबाजी की. प्रधानमंत्री के अभिनंदन कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले मार्ग पर बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े. पीएम मोदी ने आज मंगलुरु में लगभग 3,800 करोड़ रुपये की मशीनीकरण और औद्योगीकरण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. यह भी पढ़ें: Haryana: JP नड्डा ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- पहले अपना कुनबा संभालो, फिर ‘भारत जोड़ो’

सभा को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि आज भारत के इतिहास में एक लाल अक्षर का दिन है. क्षेत्रीय सुरक्षा हो या आर्थिक सुरक्षा, भारत में अपार संभावनाएं हैं. आज पहले आईएनएस विक्रांत के चालू होने को याद करते हुए, प्रधान मंत्री ने उस गर्व को व्यक्त किया जो प्रत्येक भारतीय अनुभव कर रहा है.

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जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया या आधारशिला रखी गई, उनका उल्लेख करते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं से कर्नाटक में जीवन और रोजगार की आसानी में वृद्धि होगी, विशेष रूप से, 'एक जिला और एक उत्पाद' योजना उत्पादों के लिए बाजार की उपलब्धता की मछुआरों, कारीगरों और क्षेत्र के किसानों को सुविधा प्रदान करेगी.

पांच प्रतिज्ञाओं (पंच प्राण) पर टिप्पणी करते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि लाल किले से उन्होंने जिन पांच प्रतिज्ञाओं की बात की थी, उनमें से पहला एक विकसित भारत का निर्माण है. प्रधानमंत्री ने कहा, "विकसित भारत के निर्माण के लिए देश के विनिर्माण क्षेत्र 'मेक इन इंडिया' का विस्तार करना बहुत जरूरी है."

बंदरगाह के नेतृत्व वाले विकास की दिशा में देश द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए, प्रधान मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंत्र है. ऐसे प्रयासों के फलस्वरूप भारत के बंदरगाहों की क्षमता मात्र 8 वर्षों में लगभग दोगुनी हो गई है.

पिछले 8 वर्षों में प्राथमिकता वाले बुनियादी ढांचे के विकास पर टिप्पणी करते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि यह कर्नाटक है जिसने इससे अत्यधिक लाभ उठाया है. प्रधानमंत्री ने कहा, "कर्नाटक सागरमाला योजना के सबसे बड़े लाभार्थियों में से एक है." उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले 8 वर्षों में 70,000 रुपये की राजमार्ग परियोजनाएं जोड़ी गई हैं और एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं. कर्नाटक में परियोजनाओं के लिए रेल बजट पिछले 8 वर्षों में चार गुना बढ़ा है.

प्रधानमंत्री ने पिछले 8 साल के घटनाक्रम का जायजा लेते हुए कहा कि देश में गरीबों के लिए 3 करोड़ से ज्यादा घर बनाए गए हैं और कर्नाटक में गरीबों के लिए 8 लाख से ज्यादा पक्के मकानों की मंजूरी दी गई है. प्रधानमंत्री ने कहा, "हजारों मध्यम वर्गीय परिवारों को भी उनके घर बनाने के लिए करोड़ों रुपये की मदद दी गई है." उन्होंने आगे कहा कि जल जीवन मिशन के तहत, देश में 6 करोड़ से अधिक घरों को केवल 3 वर्षों में पाइप से पानी की सुविधा से जोड़ा गया है.

प्रधानमंत्री ने कहा, "पहली बार कर्नाटक के ग्रामीण परिवारों में पाइप से पानी 30 लाख से अधिक पहुंच गया है." प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत देश के करीब 4 करोड़ गरीब लोगों को अस्पताल में भर्ती होने के दौरान मुफ्त इलाज मिला है. इससे लगभग 50,000 करोड़ रुपये गरीबों के लिए खर्च होने से बच गए हैं. कर्नाटक के 30 लाख से अधिक मरीजों को आयुष्मान भारत का लाभ भी मिला है.'

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि जिन लोगों को उनकी कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण भुला दिया गया, उनकी उपेक्षा न हो. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि छोटे किसानों, छोटे व्यापारियों, मछुआरों, रेहड़ी-पटरी वालों और ऐसे करोड़ों लोगों को पहली बार देश के विकास का लाभ मिलना शुरू हुआ है. "वे भारत के विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं", उन्होंने कहा.

भारत की साढ़े सात हजार किलोमीटर की तटीय रेखा की ओर सबका ध्यान आकर्षित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमें देश की इस क्षमता का पूरा फायदा उठाना है. प्रधान मंत्री ने कहा, "जब पर्यटन बढ़ता है, तो यह हमारे कुटीर उद्योगों, हमारे कारीगरों, ग्रामोद्योगों, रेहड़ी-पटरी वालों, ऑटो रिक्शा चालकों, टैक्सी चालकों आदि को लाभान्वित करता है. मुझे खुशी है कि न्यू मैंगलोर पोर्ट क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार नई सुविधाएं जोड़ रहा है."

प्रधानमंत्री ने कहा, "आज डिजिटल भुगतान ऐतिहासिक स्तर पर है और भीम-यूपीआई जैसे हमारे नवाचार दुनिया का ध्यान खींच रहे हैं" उन्होंने आगे कहा कि आज देश के लोग मजबूत कनेक्टिविटी के साथ तेज और सस्ता इंटरनेट चाहते हैं. प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि आज करीब 6 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाकर ग्राम पंचायतों को जोड़ा जा रहा है.

उन्होंने कहा, "5जी की सुविधा इस क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने जा रही है. मुझे खुशी है कि कर्नाटक की डबल इंजन सरकार भी लोगों की जरूरतों और आकांक्षाओं को तेजी से पूरा करने के लिए काम कर रही है."