
यूं तो आप सभी जानते हैं कि होली रंगो का त्योहार है. रंगों का उत्सव (Festival Of Colors) होली (Holi) बेहद करीब है और अभी से लोगों पर रंगों की खुमारी छाने लगी है. इस दिन लोग गुलाल से एक दूसरे को रंगकर खुशियां मनाते है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसी जगह भी है जहां पर चिताओ के भस्म से होली खेली जाती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) के मणिकर्णिका घाट (Manikarnika Ghat) में एक अनोखे किस्म की होली खेली जाती है जिसे 'चिता भस्म' होली कहा जाता है, इसमें लोग चिता की भस्म से होली खेलते हैं. दरअसल रंगभरी एकादशी पर बाबा भोलेनाथ के गौना के दूसरे दिन वाराणसी में उनके भक्तों के बीच 'चिता भस्म होली' खेलने की मान्यता है. जिसे बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.
बता दें कि मणिकर्णिका घाट पर खेली जाने वाली इस होली को ‘मसान की होली’ के नाम से भी जाना जाता है. पौराणिक मान्यता के रंगभरी एकादशी के दिन देवों के देव महादेव गौरी पार्वती की विदाई कराने के लिए काशी की धरती पर आते हैं. इसके एक दिन बाद महादेव के भक्त एकत्रित होकर मणिकर्णिका घाट पर चिता भस्म की होली खेलते हैं. इस भस्म होली को देखने के लिए बड़ी संख्या में हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक एकत्रित होंगे. यह भी पढ़ें:- Holi 2020: बरसाना की लट्ठमार होली से डोल यात्रा और जयपुर के हाथी महोत्सव तक, जानें होली से जुड़ी विविध रंगी परंपराएं
ANI का ट्वीट:-
#WATCH People at Varanasi's Manikarnika Ghat smear pyre ash on each other to celebrate #Holi pic.twitter.com/R6nCcsoVGW
— ANI UP (@ANINewsUP) March 6, 2020
गौरतलब हो कि रंगों का उत्सव होली 10 मार्च को देश भर में धूमधाम से मनाया जाएगा, जबकि 9 मार्च को फाल्गुन पूर्णिमा (Falgun Purnima) के दिन होलिका दहन (Holika Dahan) की जाएगी. हिंदू पंचांग के अनुसार, होली का त्योहार हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन करने के बाद अगले दिन मनाया जाता है.