देश भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर बढ़ता जा रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों में हर रोज इजाफा देखने को मिल रहा है. अब तक देश में 7447 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. वहीं 239 लोगों की अब तक मौत भी हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल (Luv Aggarwal) ने कहा कि अब तक 642 लोग ठीक हो चुके हैं, कल 1035 नए मामले सामने आए हैं, जिससे देशभर में कुल मामले बढ़कर 7447 हो गई है. कल 40 मौतें हुई हैं जिससे मरने वालो की संख्या बढ़कर 239 हो गई है. देश में कोरोना वायरस के संकट के कारण 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 के लिए भारत की प्रतिक्रिया सक्रिय रही है. हमने एक वर्गीकृत दृष्टिकोण का पालन किया है. उन्होंने बताया कि देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए 586 अस्पताल और एक लाख से अधिक आइसोलेशन बेड और 11,500 ICU बेड हैं. लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडाउन और रोकथाम के उपाय महत्वपूर्ण हैं. अगर हमने कोई उपाय नहीं किया होता तो इस समय हमारे सामने दो लाख मामले होते. यह भी पढ़ें- देश में दो हफ्तों तक बढ़ सकता है लॉकडाउन, पीएम मोदी कर सकते हैं ऐलान.
एक लाख से अधिक आइसोलेशन बेड-
India’s response to COVID19 has been proactive. We have followed a graded approach. There are 586 COVID19 dedicated hospitals and more than 1 lakh isolation beds in the country: Lav Agrawal, Joint Secy, Health Ministry pic.twitter.com/oFqgNJVKFu
— ANI (@ANI) April 11, 2020
देशभर में स्वास्थ्यकर्मियों पर बढ़ते हमलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है. केंद्र सरकार की ओर से शनिवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी गई. गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि गृह मंत्रालय ने आज सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखकर अस्पतालों और पृथक केंद्रों में कार्य कर रहे डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को पुलिस सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया है.
लव अग्रवाल ने बताया, "स्थिति के आधार पर हमने काम किया है. राज्यों के साथ पीपीई और एन95 मास्क के साथ वेंटिलेटरों को लेकर काम चल रहा है. आज प्रधानमंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्री से बात की है." उन्होंने बताया, कोरोना के खिलाफ भारत की सोच प्रोएक्टिव रही है. उन्होंने कहा, अस्पतालों में मास्क, कवरॉल की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है."