नई दिल्ली: विवादास्पद वीडियो सामने आने के बाद देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम (Sharjeel Imam) पर दिल्ली पुलिस अपराध शाखा का शिकंजा लम्हा-लम्हा कसता जा रहा है. बिहार से दिल्ली पकड़ कर लाया गया शरजील इमाम बुधवार को दिल्ली पुलिस ने अदालत में पेश किया. पटियाला हाउस अदालत के मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी (सीएमएम) पुरुषोत्तम पाठक ने आरोपी को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया.हालांकि बिहार से शरजील को दबोच कर लाने वाली दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी ज्यादा दिन का पुलिस रिमांड चाहती थी. बुधवार को दोपहर के वक्त शरजील जैसे ही दिल्ली पहुंचा, उसका यहां मेडिकल चैकअप कराया गया. मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद शाम करीब छह बजे आरोपी को सीएमएम के सामने पेश किया गया.
सीएमएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शरजील इमाम को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया. दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी के प्रमुख डीसीपी राजेश देव ने आईएएनएस से शरजिल इमाम को पांच दिन का पुलिस रिमांड मिलने की पुष्टि की. उन्होंने बताया, "एसआईटी सबसे पहले शरजील इमाम से उसी के उन वीडियो के बारे में पूछताछ करेगी, जिनमें उसने देश के खिलाफ जहर उगला था." बीते साल 13 और फिर 15 दिसंबर को दक्षिण-पूर्वी दिल्ली जिले के जामिया विश्वविद्यालय, जामिया-जाकिर नगर और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में हुई हिंसा के बारे में भी क्या शरजील इमाम की भूमिका संदिग्ध थी? पूछे जाने पर डीसीपी राजेश देव ने आईएएनएस से कहा, "हां, बिलकुल पूछताछ होगी। प्राथमिकता पर मगर इसके विवादित वीडियो टेप रहेंगे. यह भी पढ़े: पटना के थाने से शरजील इमाम को लाया गया एयरपोर्ट, पुलिस और मीडिया में झड़प
उसके बाद फिलहाल इस आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि उन दंगों (जामिया विवि, जाकिर नगर) में भी इसका हाथ निकल आए." विवादित वीडियो और जामिया जाकिर नगर दंगों में पूछताछ के लिए क्या पांच दिन का रिमांड काफी होगा? डीसीपी क्राइम ब्रांच ने कहा, "फिलहाल तो इसी में ज्यादा से ज्यादा तथ्य तलाशने की टीमें कोशिश करेंगी। जरूरत हुई तो दोबारा भी अदालत से शरजील इमाम की रिमांड बढ़ाने की गुजारिश पुलिस कर लेगी। इसमें कोई ज्यादा समस्या वाली बात नहीं है. अब जब शरजील का पुलिस रिमांड मिल गया है तो उससे पूछताछ के प्रमुख बिंदु क्या होंगे? दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर आईएएनएस से कहा, "सवाल बहुत हैं। सब सवालों की सूची बना ली गई है.
अधिकांश सवाल वैज्ञानिक और तथ्यात्मक सबूतों पर आधारित हैं। इनमें से ज्यादातर सवाल हां या ना में जबाब वाले हैं. इसलिए मेहनत पुलिस को नहीं अब, आरोपी को सवालों के सटीक जबाब देने में ज्यादा मशक्कत करनी होगी. शरजील के खिलाफ अब तक जो सबूत सामने आए हैं, वे उसे दोषी साबित करने के लिए काफी होंगे? जामिया दंगों की जांच कर रही दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बुधवार कहा, "हां, सबूत और गवाह बहुत हैं। बस उन्हें वैज्ञानिक रूप से साबित करना जरूरी है. उससे पहले मगर आरोपी से भी पूछताछ बेहद जरूरी थी. इसलिए उसे रिमांड पर लिया गया है.