गुरुग्राम: हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद की ओर से निकाली गई भगवा यात्रा के दौरान पथराव और फायरिंग की घटना के बाद तनाव फैल गया है. नूंह हिंसा में दो होमगार्ड की मौत हो गई है जबकि 10 पुलिसकर्मियों समेत 15 लोग घायल हो गए. पुलिस लगातार मामले को शांत कराने में लगी हुई है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नूंह में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है जबकि गुरुग्राम, पलवल और फरीदाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है. हरियाणा के नूंह में दो गुटों में भड़की हिंसा, हालात बिगड़ने पर इंटरनेट सेवा बंद, 2,500 लोगों ने मंदिरों में ली शरण.
31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद अब चारों तरफ हिंसा के निशान दिख रहे हैं. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं. न्यूज एजेंसी ANI ने नूहं का एक वीडियो जारी किया है. वीडियो में कार सहित कई जले हुए वाहन दिख रहे हैं. सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है.
नूहं में हिंसा के बाद की स्थिति
#WATCH | Aftermath of clash that broke out between two groups in Haryana's Nuh on July 31.
Police force has been deployed in the area and mobile internet services have been temporarily suspended. pic.twitter.com/jwOTF6fnXg
— ANI (@ANI) August 1, 2023
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने नूंह में कर्फ्यू लगा दिया है. इसके साथ ही पूरे इलाके में इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही नूंह उपायुक्त ने आज रात 8:30 बजे दोनों पक्षों की बैठक बुलाई है. नूहं में हुई हिंसा का असर हरियाणा के अन्य शहरों में भी दिखा. मुस्लिम बहुल नूंह में हिंसा की खबर फैलते ही, निकटवर्ती गुरुग्राम जिले के सोहना में मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ ने चार वाहनों और एक दुकान को आग लगा दी. प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क पर घंटों तक आवागमन को बाधित रखा.
नूंह और गुरुग्राम जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. नूंह और फरीदाबाद में बुधवार तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं. एहतियात के तौर पर गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और पलवल जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को मंगलवार को बंद करने का आदेश दिया गया.
धार्मिक यात्रा पर पथराव
पुलिस के अनुसार, विश्व हिंदू परिषद की ‘बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा’ को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास युवकों के एक समूह ने रोका और पथराव करने लगे. एक अधिकारी ने बताया कि जुलूस में शामिल कम से कम चार कारों में आग भी लगा दी गई. कुछ पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए. खबरों के मुताबिक, जुलूस में शामिल लोगों ने पलटवार करते हुए उन्हें रोकने वाले युवकों पर पथराव किया.
क्यों हुआ पथराव?
कुछ दावों के मुताबिक, बल्लभगढ़ में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया एक आपत्तिजनक वीडियो झड़प की वजह बना. ऐसी भी खबरें थीं कि राजस्थान में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या में वांटेड गोरक्षक मोनू मानेसर को जुलूस में शामिल होना था. मोनू मानेसर ने वीडियो शेयर कर यात्रा में अधिक से अधिक लोगों से पहुंचने की अपील की थी. मोनू मानेसर की अपील से नाराज नूहं के स्थानीय लोगों ने जमकर आज बवाल काटा और तभी यह पथराव हुआ.
मानेसर ने बताया कि उन्होंने विहिप की सलाह पर जुलूस में भाग नहीं लिया, क्योंकि उन्हें डर था कि उनकी उपस्थिति से तनाव पैदा हो सकता है. ट्विटर पर कथित तौर पर उन्हें नूंह आने की चुनौती देने की धमकियां भी दी गईं.