
Foreign Influencers in Navi Mumbai: नवी मुंबई में दो फॉरेन इन्फ्लुएंसर्स के इंस्टाग्राम वीडियो सामने आएं है. जिसमें दोनों ने सांप के साथ और अजगर के साथ वीडियो बनाया. जिसके बाद अब वन विभाग की शिकायत पर इन दोनों पर मामला दर्ज किया गया है. सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल होने के बाद एनिमल एक्टिविस्ट ने वन विभाग से नवी मुंबई में सांपों के साथ रील बनाने के लिए माइकल होल्स्टन और मिकेल अपारिसियो के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की शिकायत की थी.
मुंबई स्थित एनिमल एक्टिविस्ट आनंद मोहिते ने दर्ज कराई गई शिकायत में माइकल होल्सटन और मिकेल अपारिसियो नामक प्रभावशाली व्यक्तियों पर आरोप लगाया गया है कि वे फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर खतरनाक सांपों से निपटने संबंधी वीडियो दिखा रहे हैं, जो वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन है.मिड-डे की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 14 और 15 मार्च के बीच हुई, जब होल्स्टन, जिनके इंस्टाग्राम पर 13.1 मिलियन फॉलोअर्स हैं, और बाली के मिकेल अपारिसियो को कथित तौर पर एक इंडियन कोबरा और एक भारतीय रॉक अजगर के साथ खेलते हुए दिखाई दिए है. दोनों ही भारतीय वन्यजीव कानूनों के तहत संरक्षित हैं.ये भी पढ़े:जहरीले किंग कोबरा को हाथ में लेकर वीडियो बना रहा था शख्स, गुस्साए नागराज ने कर दिया माथे पर अटैक (Watch Viral Video)
माइकल होल्स्टन का कोबरा के साथ वीडियो
View this post on Instagram
सांप के साथ खेलते हुए बनाया वीडियो
नवी मुंबई के घनसोली के जंगल में इन्होने ये वीडियो बनाया. जिसमें देखा जा सकता है की खतरनाक जहरीले कोबरा के साथ ये खेल रहे है और इसकी पूछ पकड़कर उसे उठ रहे है. इसके साथ एक अजगर के साथ भी इन्होने ऐसे ही एक रील बनाई है.
होल्स्टन ने अपने इंस्टाग्राम 'therealtarzann’ पर डाला वीडियो
बता दें कि होल्स्टन ने अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल ‘therealtarzann’ पर सांपों के साथ अपना वीडियो अपलोड किया है. .मोहिते का दावा है कि मुंबई और नवी मुंबई के स्थानीय सर्पमित्र भी इसमें शामिल थे, जिन्होंने कथित तौर पर प्रभावशाली लोगों के स्टंट के लिए सांपों की आपूर्ति की थी.अपनी शिकायत में मोहिते ने इस तरह की हरकतों की खतरनाक प्रकृति पर जोर देते हुए कहा कि प्रभावशाली लोग लाइक और व्यू के लिए वन्यजीवों का शोषण कर रहे हैं. मोहिते ने कहा, "यह सोशल मीडिया पर ध्यान आकर्षित करने के लिए एक स्टंट है, जिसमें जानवरों और इसमें शामिल लोगों दोनों की सुरक्षा की अनदेखी की गई है. उन्होंने आगे दोनों और जानवरों की आपूर्ति करने वाले स्थानीय साँप संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का अनुरोध किया.शिकायत नवी मुंबई में महाराष्ट्र वन विभाग के मैंग्रोव सेल और ठाणे वन विभाग दोनों को सौंपी गई है. वन विभाग के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि जांच की जाएगी और एक प्रारंभिक अपराध रिपोर्ट दर्ज की जाएगी.
RAWW के अध्यक्ष ने इस घटना की निंदा की
ठाणे के मानद वन्यजीव वार्डन और एनजीओ RAWW के अध्यक्ष पवन शर्मा ने इन प्रभावशाली लोगों की हरकतों की निंदा की. मीडिया आउटलेट ने शर्मा के हवाले से बताया, "इन्फ्लुएंसर्स को जिम्मेदार होना चाहिए और यह समझना चाहिए कि असुरक्षित और अवैध सामग्री अपलोड करना वन्यजीवों और उनके संरक्षण प्रयासों दोनों को नुकसान पहुंचाता है. इस तरह के स्टंट लोगों द्वारा खतरनाक नकल को बढ़ावा देते हैं, जिससे दुर्घटनाएं या यहां तक कि मौतें भी हो सकती हैं.