नई दिल्ली, 30 अक्टूबर : देश की राजधानी दिल्ली में दीपावली पर्व के मौके पर पटाखों पर बैन लगाया गया है. पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को प्रतिक्रिया दी. अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि यह तो सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने भी कहा है कि प्रदूषण के मद्देनजर हमें पटाखों के बदले दिये जलाना चाहिए, यह रोशनी का त्योहार है. दिये और मोमबत्ती जलाकर अपना त्योहार बनाएं ना कि पटाखे जलाएं. पटाखे जलाने से प्रदूषण होता है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि हम किसी पर एहसान कर रहे हैं, हम अपने ऊपर भी एहसान कर रहे हैं. जो प्रदूषण होगा उसे हम और हमारे छोटे-छोटे बच्चे ही भुगतेंगे. इसमें कोई हिंदू या मुसलमान नहीं है, सबकी सांसें जरूरी है, सबकी जिंदगी जरूरी है.
बता दें कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक दिन पहले कहा था कि दिल्ली में छापों के दौरान 19,005 किलोग्राम पटाखे जब्त किए गए. उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ अब तक 79 केस दर्ज किए जा चुके हैं. गोपाल राय ने दीपावली से पहले उठाए गए प्रदूषण रोधी कदमों की समीक्षा के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति और पुलिस के साथ बैठक के दौरान कहा था कि 377 टीम को दिल्ली में पटाखों पर रोक लगाने के लिए तैनात किया गया है. यह भी पढ़ें : चंडीगढ़: आप का धान की ‘धीमी’ उठान को लेकर भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन, पुलिस ने पानी की बौछार छोड़ी
बता दें कि बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 273 दर्ज किया गया है. आने वाले दिनों में इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में सुबह 7:30 बजे तक औसत एक्यूआई 273 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है. वहीं, दिल्ली एनसीआर के शहर फरीदाबाद में 273 और गुड़गांव में 197 और गाजियाबाद में 213, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में 199 एक्यूआई दर्ज किया गया.