नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ पिछले करीब 1 साल से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसान नेता अब दिल्ली की तरह यूपी में भी किसान आंदोलन करने की तैयारी में हैं. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने सोमवार को कहा, लखनऊ को भी दिल्ली बनाया जाएगा जिस तरह दिल्ली में चारों तरफ के रास्ते सील हैं, ऐसे ही सील होंगे. हम इसकी तैयारी करेंगे. बता दें कि यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में किसान आंदोलन राज्य में सियासी सरगर्मी बढ़ा सकते हैं. Farmers Protest: कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे राहुल गांधी, हिरासत में लिए गए कांग्रेस नेता.
राकेश टिकैत ने सोमवार को यूपी में आंदोलन की शुरुआत करने की बात कही. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह लखनऊ का भी घेराव किया जाएगा. जिस तरह दिल्ली में किसान आंदोलनकारियों ने चारों तरफ के रास्तों को सील कर दिया है, इसी तरह लखनऊ के रस्ते भी सील होंगे.
किसान आंदोलन को बड़ा करने की तैयारी
We will go by tractors to Ghazipur border on August 14 and 15. On August 15, we will hoist flag. Tractors from two districts will go. We did not remove national flag on January 26: Rakesh Tikait, Bhartiya Kisan Union
— ANI (@ANI) July 26, 2021
राकेश टिकैत ने कहा, हम 14 और 15 अगस्त को ट्रैक्टर से गाजीपुर बार्डर जाएंगे. 15 अगस्त को हम झंडा फहराएंगे. दो जिलों के ट्रैक्टर जाएंगे. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया, हमने 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, "संयुक्त मोर्चा ने उत्तराखंड, यूपी, पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में जाकर सरकार की नीतियों और काम पर किसानों से बात करने का फैसला किया है. 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर (यूपी) में बड़ी पंचायत होगी. पूरे देश पर कब्जा होगा."
किसान नेता लखनऊ में अपने आंदोलन की जड़ें मजबूत करने के लिए आगे की रणनीति बनाएंगे. इस बीच यूपी की पार्टियां भी बीजेपी के खिलाफ इस मुद्दें को खूब भुनाएंगी ताकि आने वाले चुनाव को लेकर बीजेपी को घेरा जा सके.