Farmers Protest: मोदी सरकार के विरोध में किसानों का आंदोलन दिल्ली में पिछले दो महीने से ज्यादा दिनों से चल रहा है. इस बीच सरकार और किसानों के बीच कई बार वार्ता हुई. लेकिन कोई हल नहीं निकल सका. ऐसे में सरकार से नाराज किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी. तब तक इस काले कानून के विरोध उनका आंदोलन चलता रहेगा. इसके लिए उन्हें भले ही अपना बलिदान देना पड़ा. किसानों का यह आंदोलन और कितने दिन तक चलेगा किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने उसके बारे में समय बताया है.
किसानों ने बीच राकेश टिकैत ने आंदोलन खत्म करने के तारीख का ऐलान करते हुए कहा कि हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा. अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे. इस बीच बातचीत भी चलती रहेगी. वहीं उन्होंने 26 जनवरी को निकाली गई टैक्टर रैली के बारे में भी कहा की पुलिस की तरफ से जो रूट दिया गया था. पुलिस ने किसानों को उस रूट से बहकाकर लाल किले की तरफ जाने दिया. जबकि उन्हें उस रूट पर जाना नहीं था. इसके बाद भी जाने दिया गया. पुलिस किसानों के बारे में ऐसा कहकर सिर्फ बदनाम करना चाहती हैं. यह भी पढ़े: Farmers Protest: किसानों का ऐलान- 6 फरवरी को पूरे देश में करेंगे राष्ट्रीय और राज्य मार्गों का चक्का जाम
हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। बातचीत भी चलती रहेगी। नौजवानों को बहकाया गया, उनको लाल किले का रास्ता बताया गया कि पंजाब की कौम बदनाम हो। किसान कौम को बदनाम करने की कोशिश की गई: किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/th9vMWnP55
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 2, 2021
वहीं किसानों को अपना समर्थन देने के लिए विपक्ष के नेता भी सिंघु बॉर्डर पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में आज शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत किसानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे. राउत ने किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात कर अपना और अपनी पार्टी का समर्थन दिया. इस दौरान शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा, मुझे उद्धव ठाकरे जी ने खास तौर पर भेजा है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री किसानों के समर्थन में हैं.
संजय राउत से मुलाक़ात के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, विपक्ष के नेता “अगर विपक्ष हमारा समर्थन करने के लिए आ रहा है तो कोई समस्या नहीं है, लेकिन इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.