नई दिल्ली: तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारी किसानों द्वारा घोषित भारत बंद (Bharat Bandh) का असर दिखने लगा है. सैकड़ों किसानों ने दिल्ली को हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 1 सहित प्रमुख राजमार्गो को अवरुद्ध कर दिया है. हरियाणा के रोहतक में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 'भारत बंद' के चलते प्रदर्शनकारियों ने स्टेट हाइवे बंद कर दिया है. कुरुक्षेत्र के शाहबाद में दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग को कृषि क़ानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बंद किया है. अंबाला में शंभू टोल प्लाजा के पास दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग को प्रदर्शनकारियों ने बंद किया है. सपा और बसपा ने किया किसानों के भारत बंद को समर्थन देने का ऐलान
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि “आज शाम 4 बजे तक बंद रहेगा. लोगों से अनुरोध है कि लंच के बाद ही निकलें, नहीं तो जाम में फंसे रहेंगे. एम्बुलेंस को, डॉक्टरों को, ज्यादा ज़रूरतमंदों को निकलने दिया जाएगा. दुकानदारों से भी अपील की है कि आज दुकानें बंद रखें.”
जहां-जहां पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वहां पर हमने सुबह से ही फोर्स को तैनात किया हुआ है। हमने सुरक्षा के बहुत पुख्ता इंतज़ाम किए हुए हैं: अमृतसर के पुलिस अधिकारी संजीव कुमार, अमृतसर, पंजाब pic.twitter.com/PabEY6EBQw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2021
प्रदर्शनकारी किसानों ने अपने ट्रैक्टर पंजाब और हरियाणा के राजमार्गों और प्रमुख लिंक सड़कों पर खड़े कर दिए हैं और सड़कों पर बैठ गए हैं. किसानों के विरोध को देखते हुए कानून और अन्य व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरियाणा और पंजाब में विभिन्न स्थानों पर भारी पुलिस बल देखा जा सकता है. पुलिस ने कई जगहों पर ट्रैफिक डायवर्ट किया, क्योंकि किसानों ने हाईवे जाम कर दिया है. हालांकि, राज्यों में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है.
अमृतसर: देवीदासपुर में अमृतसर-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शनकारी कृषि क़ानूनों के विरोध में धरना दे रहे हैं।
एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "यहां हम भारत बंद के चलते धरना दे रहे हैं। यहां हम आज पूरे दिन धरना देंगे।" pic.twitter.com/n5LnZKTZk7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2021
भारत बंद में आपात सेवाएं जैसे एंबुलेंस, दमकल सेवा दवाओं की दुकान व अस्पताल सहित मेडिकल से जुड़ी सेवाओं को संचालन की इजाजत होगी. साथ ही परीक्षा या इंटरव्यू में जाने वाले छात्रों को नहीं रोका जाएगा. कोरोना से जुड़ी और इमरजेंसी सेवाओं को भी बाधित नहीं किया जाएगा.
हरियाणा: रोहतक में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 'भारत बंद' के चलते प्रदर्शनकारियों ने स्टेट हाइवे बंद किया। pic.twitter.com/1VqPpoAi6T
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2021
गाजियाबाद में किसान यूनियन के बंद के एलान को देखते हुए पुलिस ने पेरिफेरल, हापुड़ चुंगी, यूपी गेट, गाजीपुर बॉर्डर सहित कई मुख्य मार्गों और चौराहों पर रूट डायवर्ट करने का आदेश दिया है. हालांकि भारत बंद के बावजूद दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन चालू रहेगी. लेकिन दिल्ली की सीमाओं से सफर करने वाले लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा स्कूल, कालेज, यूनिवर्सिटी और अन्य शिक्षण संस्थानों के संचालन पर भी असर पड़ेगा. वहीं कुछ बैंकों की सेवाओं पर भी असर पड़ने की आशंकाएं हैं.
किसान संघों के भारत बंद से एक दिन पहले रविवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि किसानों को आंदोलन का रास्ता छोड़कर बातचीत का विकल्प चुनना चाहिए. ग्वालियर के कृषि महाविद्यालय में एक कार्यक्रम में बोलते हुए तोमर ने कहा, "मैं किसानों से आंदोलन का रास्ता छोड़कर संवाद के रास्ते पर चलने की अपील करना चाहता हूं. सरकार उनके द्वारा उठाई गई आपत्तियों पर विचार करने के लिए तैयार है. कई चर्चा पहले हो चुकी है. अगर कुछ बचा है, तो सरकार निश्चित रूप से बात करने के लिए तैयार है.”
केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि किसानों का विरोध राजनीतिक मुद्दा नहीं बनना चाहिए. उन्होंने कहा “किसान आंदोलन को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. किसान सबका है. सरकार ने किसान संघ के साथ बहुत संवेदनशील बातचीत की है और भविष्य में भी ऐसा करने के लिए तैयार है."
Karnataka: Various organizations protest outside Kalaburagi Central bus station as farmer organisatons call for Bharat Bandh today against 3 farm laws
"Many organizations are supporting our farmers and participating in the nation-wide call for bandh," says protester K Neela pic.twitter.com/QQMyZUcqKH
— ANI (@ANI) September 27, 2021
उल्लेखनीय है कि हर बार की तरह इस बार भी संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शांतिपूर्ण बंद की बात कही है और सभी लोगों से इस बंद का समर्थन करने का भी आग्रह किया है. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेतृत्व में 40 किसान संगठनों की ओर से सोमवार को सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक भारत बंद का आह्वान किया गया है. इसी बीच किसानों के इस समर्थन में तमाम राजनीतिक पार्टियों ने भी अपना समर्थन दिया है. इनमें वामपंथी दलों जैसे माकपा, भाकपा, फारवर्ड ब्लॉक, समाजवादी पार्टी, भाकपा माले (लिबरेशन), भाकपा माले न्यू डेमोक्रेसी, एसयूसीआई (सी), एमसीपीआई (यू), भारतीय क्रान्तिकारी मार्क्सवादी पार्टी, के अलावा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, आप, सपा, तेदेपा, जनता दल सेक्युलर, बसपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, द्रमुक, वाईएसआरसीपी, झामुमो, राजद, स्वराज इंडिया पार्टी शामिल है. एसकेएम के अनुसार, भारत बंद में श्रमिक संघों, ट्रेड यूनियनों, कर्मचारियों और छात्र संघों, महिला संगठनों और ट्रांसपोर्टरों के संघों को शामिल किया गया है.
बिहार में भी बंद का असर-
Bihar: RJD leader Mukesh Raushan and other members & workers of the party protest in Hajipur, in support of Bharat Bandh called by farmer organisations against the 3 farm laws. Traffic congestion seen on Hajipur-Muzaffarpur road, movement on Mahatma Gandhi Setu affected too. pic.twitter.com/lX9M0cfNoa
— ANI (@ANI) September 27, 2021
दरअसल दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन के 10 महीने हो गए हैं. किसान भारत बंद करने से आंदोलन को और मजबूती मिलेगी ऐसी उम्मीद कर रहें हैं. इससे भी सरकार और किसानों के बीच 11 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन 26 जनवरी कोई हुई लाल किले पर हिसंक घटना के बनफ यह बातचीत रुक गई.