CBSE 12th Board Results: दसवीं और ग्यारहवीं के 30-30% और 12वीं प्री-बोर्ड के 40% नंबर के आधार पर बनेगा फाइनल रिजल्ट, 31 जुलाई तक जारी होंगे नतीजे
छात्र I प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने गुरुवार को बारहवीं बोर्ड का ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया (Evaluation Criteria) घोषित कर दिया है. सीबीएसई (CBSE) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में हलफनामा देकर बताया कि मूल्यांकन के लिए उसका आधार क्या होगा. इसमें बताया गया है कि मूल्यांकन के लिए, कक्षा 12वीं के लिए तीन पेपरों में सर्वश्रेष्ठ अंक लिए जाएंगे, जिसका वेटेज 40 प्रतिशत होगा. सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि बारहवीं कक्षा के रिजल्ट छात्रों के दसवीं कक्षा (30% वेटेज), ग्यारहवीं कक्षा (30% वेटेज) और बारहवीं कक्षा (40% वेटेज) में प्रदर्शन के आधार पर तय किए जाएंगे. स्कूल 12वीं के लंबित प्रायोगिक कार्य ऑनलाइन पूरा करें, 28 जून तक अंक जमा करें: सीबीएसई

सीबीएसई (CBSE) ने देश की शीर्ष कोर्ट के समक्ष बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए ग्रेड/अंक देने के लिए अपने मूल्यांकन मानदंड प्रस्तुत किए. दसवीं और ग्यारहवीं कक्षा के लिए टर्म परीक्षा में पांच पेपरों में से सर्वश्रेष्ठ तीन पेपरों के मार्क्स देखें जाएंगे. जबकि बारहवीं कक्षा के लिए, यूनिट, टर्म और प्रैक्टिकल में प्राप्त अंकों को ध्यान में रखा जाएगा.

अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल (AG KK Venugopal) ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि बारहवीं कक्षा के फाइनल रिजल्ट के लिए विभिन्न स्कूलों द्वारा अपनाई गई मार्किंग प्रणाली में अंतर को देखने के लिए एक मॉडरेशन कमेटी बनाई जा सकती है. उन्होंने आगे बताया कि प्रत्येक स्कूल तीन परीक्षाओं में प्राप्त छात्रों के मार्क्स के आधार पर रिजल्ट बनाने के लिए रिजल्ट कमेटी बनाएगी.

अटॉर्नी जनरल ने यह भी कहा कि जो छात्र अपने मार्क्स या ग्रेड से संतुष्ट नहीं होंगे, वह कोरोना से हालात सुधरने के बाद परीक्षा भी दे सकते है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि रिजल्ट की घोषणा 31 जुलाई 2021 तक कर दी जाएगी. ज्ञात हो कि सीबीएसई की इसी क्राइटेरिया के आधार पर देशभर के अधिकांश राज्य बोर्ड भी 12वीं की बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट तय कर सकते है.