लखनऊ, 2 अप्रैल : कोविड-19 (COVID-19) के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अब मंदिरों में घंटियां बजाने पर रोक लगा दी गई है. भक्तों को घंटियों को छूने से रोकने के लिए अधिकांश मंदिरों में घंटियों पर कपड़े बांध दिए गए हैं. इसके अलावा मंदिरों में कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) को लेकर भी सख्ती बरती जा रही है. प्रसिद्ध हनुमान सेतु मंदिर में भक्तों के गर्भगृह में प्रवेश करने पर भी रोक लगा दी गई है. साथ ही उन लोगों को ही भगवान के सामने प्रसाद चढ़ाने दिया जा रहा है, जो मास्क लगाए हुए हैं. मुख्य पुजारी चंद्रकांत द्विवेदी ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए अधिकांश पुजारियों को छुट्टी पर घर भेज दिया गया है. वहीं मनकामेश्वर मंदिर में घंटी बजाने पर रोक लगाने के साथ-साथ 10 साल से कम उम्र के बच्चों और बुजुर्गो के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है. राजधानी के राजेंद्र नगर स्थित महाकालेश्वर मंदिर ने भक्तों के प्रसाद चढ़ाने पर भी रोक लगा दी है.
बता दें कि गुरुवार रात तक लखनऊ में कोरोनावायरस के 935 नए मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार ने इस घातक वायरस के प्रसार की जांच के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. एक और चिंताजनक बात यह है कि बीते 4 महीनों में पहली बार शहर में सक्रिय मामलों की संख्या 3,900 को पार पार कर गई. वहीं अन्य जिलों में दर्ज हुए नए मामलों की संख्या 2,600 रही. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि जनवरी के बाद लोगों द्वारा सार्वजनिक व्यवहार के दौरान नियमों के पालन में बरती गई ढिलाई और अगस्त-सितंबर के पीक महीनों के दौरान विकसित हुई हर्ड इम्युनिटी में गिरावट इसके लिए जिम्मेदार है. यह भी पढ़ें : Uttar Pradesh: कृष्ण जन्मभूमि मामले में नई याचिका दायर, आगरा के लाल किले में खुदाई की मांग
स्थिति को देखते हुए लखनऊ जिला प्रशासन ने कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर महामारी अधिनियम के तहत एक प्रमुख मॉल को सील कर दिया है. साथ ही गोमती नगर क्षेत्र के फन रिपब्लिक मॉल को नियमों का उल्लंघन करने के लिए नोटिस जारी किया है. साथ ही प्रशासन ने लाइसेंस रद्द करने की धमकी भी दी है. जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रकाश ने कहा है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस बीच गुरुवार को 13 न्यायिक अधिकारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद लखनऊ में जिला अदालत और अन्य सभी अदालतों को 3 दिनों के लिए बंद कर दिया है. साथ ही राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों को ऑनलाइन मोड में कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं.