नई दिल्ली, 8 नवंबर: दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Water Board) ने त्योहारों के इस सीजन में दिल्ली के सभी क्षेत्रों में निर्बाध जल आपूर्ति करने का लक्ष्य रखा है. बीते एक सप्ताह के दौरान कोविड-19 ने दिल्ली को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. ऐसे में जल बोर्ड का मानना है कि शहर की जल आपूर्ति को बढ़ाने का यह एक मजबूत कारण है ताकि लोग एक-दूसरे का बेहतर ख्याल रख सकें. दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा, "राजधानी दिल्ली में हम क्षतिग्रस्त पानी की पाइपलाइन नहीं रख सकते. हर विधानसभा क्षेत्र में बेहतर और चालू पाइपलाइन का होना बहुत जरूरी है."
जल बोर्ड उपाध्यक्ष ने कहा, "दिल्ली जल बोर्ड का लक्ष्य है कि दिल्ली के हर नागरिक को साफ और सुरक्षित पीने का पानी मिलता रहे. इसके साथ ही दिल्ली जल बोर्ड सीवेज के पानी को दोबारा प्रयोग में लाने के पहले उचित स्टैंडर्स पर ट्रीट कर रहा है. जल बोर्ड, पानी और सीवर के क्षेत्र में बहु-आयामी दृष्टिकोण के साथ काम कर रहा है. देश के सबसे बड़े जल आपूर्ति विभागों में से एक होने के नाते हमारा ये कर्तव्य है कि हर उपभोक्ता को लगातार साफ और पीने का पानी मिलता रहे."
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दिल्ली जल बोर्ड के पास 9 वॉटर ट्रीटमेंट लैब्स और 8 सीवेज टेस्टिंग लैब्स हैं. हर लैब में सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं और उनमें प्रशिक्षित कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है. इन लैब्स के लिए सीवर पंपिंग स्टेशन और नालों से सैंपल लिया जाता है और फिर उनकी जांच की जाती है. यमुना के वजीराबाद से ओखला बराज तक के बहाव की गुणवत्ता की भी समय समय पर जांच की जा रही है.
दिल्ली जल बोर्ड दिल्ली में पानी के ट्रीटमेंट और वितरण की पूरी जिम्मेदारी निभाता है साथ ही सीवर मैनेजमेंट और गंदे पानी के ट्रीटमेंट की जिम्मेदारी भी दिल्ली जल बोर्ड की है.
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जल बोर्ड के उपाध्यक्ष और राजेन्द्र नगर के विधायक राघव चड्ढ़ा ने राजेन्द्र नगर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले इंद्रपुरी क्षेत्र के में पानी के नए पाइपलाइन का भी उद्घाटन किया. यहां के निवासियों को भरोसा दिलाया कि अब उन्हें पानी की सप्लाई को लेकर कोई परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी.
क्षतिग्रस्त पाइपलाइन से यहां के निवासियों को काफी समय से अनावश्यक परेशानी झेलनी पड़ रही थी. जब दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष को इस टूटी पाइपलाइन के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत इसे बदलने और नई पाइपलाइन लगाने का निर्देश दिया.