दिल्ली में सर्दी ने दी दस्तक, 18.8°C के साथ मौसम की सबसे ठंडी रात दर्ज, पारा गिरा लेकिन प्रदूषण का मीटर चढ़ा
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नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है और रातें अब ठंडी होने लगी हैं. इस मौसम में पहली बार दिल्ली का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर गया है. शुक्रवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.5 डिग्री कम है. एक दिन पहले यह 20.6 डिग्री सेल्सियस था.

सफदरजंग, जिसे दिल्ली का बेस स्टेशन माना जाता है, वहां इस सीजन में पहली बार पारा 20 डिग्री के नीचे गया है. हालांकि, मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में दिन का तापमान थोड़ा बढ़ेगा, लेकिन रातें इसी तरह ठंडी बनी रहेंगी.

मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल 12 अक्टूबर को पहली बार तापमान 20 डिग्री से नीचे (18.6°C) गया था, जबकि 2023 में 3 अक्टूबर को और 2022 में 9 अक्टूबर को ऐसा हुआ था.

शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान भी सामान्य से 4.3 डिग्री कम, 29.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

आगे कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक आसमान साफ रहेगा. इससे दिन के तापमान में कुछ डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है और यह 33-35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. लेकिन रात में भी आसमान साफ रहने से धरती की गर्मी तेजी से बाहर निकल जाएगी, जिससे रातें ठंडी बनी रहेंगी. आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान 18 से 21 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है.

हवा की गुणवत्ता हुई खराब

ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता भी बिगड़ने लगी है. शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 170 दर्ज किया गया, जो 'मध्यम' (moderate) श्रेणी में आता है. जबकि एक दिन पहले यह 100 यानी 'संतोषजनक' (satisfactory) श्रेणी में था.

विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गति में थोड़ी कमी आने से प्रदूषण का स्तर बढ़ा है. यह इस मौसम में सामान्य है और हवा की गति में उतार-चढ़ाव होता रहता है. अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक हवा की गुणवत्ता 'मध्यम' श्रेणी में ही बनी रहेगी.

प्रदूषण पर सरकार की बैठक

बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की. उन्होंने प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर नजर रखने और पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली के प्रबंधन की स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए ताकि पराली जलाने की कोई घटना न हो.