नई दिल्ली:- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ( Jawaharlal Nehru University) परिसर पर छात्रों के उपर कुछ नकाबपोश द्वारा किए गए हमला के बाद मामला सियासी रंग ले चूका है. इस हिंसा में तकरीबन 20 से 25 लोग घायल हो गए. वहीं इस मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कहा कि उन्हें कुल तीन शिकायत मिली है. जिसके आधार पर पुलिस जल्द ही मामला दर्ज करेगी. इस घटना के बाद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय कैंपस के गेट की सुरक्षा और भी पुख्ता कर दी गई है. इसके साथ ही मेन गेट को बंद कर दिया गया है. छात्र या यूनिवर्सिटी से जुड़े लोगों की अच्छी तरह से चेकिंग और आईडेंटिटी कार्ड देखने के बाद ही गेट के अंदर जाने दिया जा रहा है. वहीं बड़ी संख्या में पुलिसबल को कैंपस के पास तैनात कर दिया गया हैं. वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई इस हिंसक घटना का विरोध देश के अलग-अलग राज्यों में देखा जा रहा है. मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के बाहर देर रात से ही सैकड़ों छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.
बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय कैंपस के अंदर इस तरह से हंगामे और मारपीट को लेकर आरोप-प्रत्यारोप दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस इस मामले को लेकर एक बार फिर से केंद्र सरकार पर हमला कर रही है. इस घटना के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को एम्स पहुंचकर वहां घायल छात्रों से बात की. उन्होंने कहा कि कई बच्चों के गंभीर चोटें आई हैं. बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने ट्वीट कर लिखा, JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक. केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जांच हो जाये तो यह बेहतर होगा. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी इस घटना की नींदा की. यह भी पढ़ें:- जेएनयू हिंसा: अमित शाह से बात करने के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात.
Delhi Police: We have received multiple complaints in connection with yesterday's violence in Jawaharlal Nehru University (JNU). We will soon register FIR.
— ANI (@ANI) January 6, 2020
मायावती ने कहा- JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक. केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा.
JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा।
— Mayawati (@Mayawati) January 6, 2020
गौरतलब हो कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में फिर हिंसा की घटना के बाद जेएनयू छात्र संघ ने दावा किया है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने हिंसा को अंजाम दिया है. वहीं, एबीवीपी ने लेफ्ट विंग पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. छात्रों पर हुए हमले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एक स्पेशल टीम गठित की है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने इस जांच के आदेश दिए हैं. दिल्ली पुलिस की ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह यह जांच करेंगी. जेएनयू में हुई हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से पूरी जानकारी मांगी है.