Cyclone Tauktae: साल के पहले चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ से कई राज्यों में होगी मूसलाधार बारिश, गरजीले तूफान जैसे बनेंगे हालात
चक्रवात I प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

Cyclone Tauktae Latest Updates: साल के पहले चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को एक चेतावनी जारी की है. आईएमडी ने कहा कि ‘तौकते’ के कारण कई राज्यों में तेज बारिश और हवाएं चलेंगी. अलर्ट में कहा गया है कि अरब सागर (Arabian Sea) पर बना कम दबाव का क्षेत्र 16 मई तक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है जिससे गोवा और दक्षिण कोंकण क्षेत्र में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है. महाराष्ट्र के दक्षिण कोंकण क्षेत्र में सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी जिले आते हैं. Cyclone Tauktae Live Tracker Map: अरब सागर में बन सकता है साल 2021 का पहला चक्रवाती तूफान तौकते, रियलटाइम में यहां करें ट्रैक

आईएमडी ने कहा, ‘दक्षिणपूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप इलाके में आज कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. इसकी शुक्रवार सुबह तक लक्षद्वीप इलाके में तेज होने की संभावना है.’’ चेतावनी रिपोर्ट में कहा कि यह शनिवार सुबह तक इसी क्षेत्र में गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा और उसके बाद 24 घंटे में चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा.

मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात के उत्तर-उत्तर पश्चिम गुजरात और पाकिस्तानी तटों की ओर बढ़ने की संभावना है. आईएमडी ने बताया कि यह 18 मई की शाम तक गुजरात तट के नजदीक पहुंच सकता है. केरल और तमिलनाडु के दक्षिणी राज्यों में अरब सागर में बने इस तनाव के बाद भारी बारिश और गरजीले तूफान देखे जा रहे हैं.

यहां भारी बारिश की संभावना

चक्रवाती तूफान की वजह दक्षिण कोंकण और गोवा क्षेत्र में शनिवार को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी तथा रविवार और सोमवार को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी. इसी तरह से 17 मई के बाद गुजरात तट पर बारिश होगी. 18 मई को सौराष्ट्र और कच्छ में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है. इसके कारण इस क्षेत्र में अगले पांच-छह दिनों में 50 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बारिश होने का अनुमान है. विभाग के अनुसार, 24 घंटों में 64.5 मिलीमीटर से 115.5 मिमी. बारिश को भारी बारिश माना जाता है.

गुजरात में प्रशासन हुआ अलर्ट

गुजरात के मुख्मयंत्री विजय रूपाणी ने संभावित चक्रवाती तूफान को लेकर बुधवार को एक बैठक की और तटीय जिलों के अधिकारियों को चौकस रहने एवं जरूरी उपाय करने का निर्देश दिया. दरअसल अनुमान है कि पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात उत्पन्न होने से सौराष्ट्र और दक्षिणी क्षेत्र समेत गुजरात के तटीय भागों में गरज के साथ बारिश हो सकती हैं. हालांकि इस बात की तत्काल कोई चेतावनी नहीं है कि चक्रवात से गुजरात पर कितना असर पड़ेगा.

मछुआरों को किया जा रहा सचेत

तमिलनाडु के मत्स्य पालन विभाग ने लगभग 2,500 मछुआरों को अरब सागर में एक तनाव के कारण आने वाले तक्रवाती तूफान 'तौकते' से सचेत रहने और समुद्र से निकल आने का संदेश उन तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है. अधिकांश मछुआरे कन्याकुमारी के पश्चिमी तट से हैं, क्योंकि पूर्वी तट में अभी मछली पकड़ने पर वार्षिक प्रतिबंध लागू है.

मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक थेंगापट्टनम तट से केवल 84 जहाज समुद्र में गए हैं, कन्याकुमारी की 150 मछली पकड़ने वाली नौकाओं ने केरल तट से समुद्र में प्रवेश किया है. विभाग उन्हें राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए सैटेलाइट फोन पर संपर्क करने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि वे उच्च समुद्र में समूहों में चलते हैं. स्थानीय चर्च और सरकार द्वारा खोले गए समन्वय केंद्र भी मदद कर रहे हैं. (एजेंसी इनपुट के साथ)