रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- सीमापार से आतंकवाद की घटनाएं नए युद्ध का उदहारण
राजनाथ सिंह/जनरल बिपिन रावत/वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया ( फोटो क्रेडिट- FB/IANS)

राजधानी दिल्ली में सेंटर फॉर एयर पावर स्‍टडीज ( Centre for Air Power Studies)  कार्यक्रम में  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि लंबे समय से भारत को एक ऐसे देश के रूप में देखा गया. जहां गंभीर उकसावे के बावजूद भी आंतकवाद का माकूल जवाब नहीं दिया. लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक ने इस धारणा को पूरी तरह से बदल दिया है. उन्होंने कहा कि मैं भारत के हर एक नागरिक को आश्वास्त करना चाहता हूं कि हम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं और आगे भी तैयार रहेंगे. राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पार से आतंकवाद की घटनाएं नए युद्ध का एक उदहारण हैं.

सेंटर फॉर एयर पावर स्‍टडीज कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) भी मौजूद थे. उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि बालाकोट स्ट्राइक के जरिए एक कड़ा संदेश दिया गया था. जिसमें किसी भी तरह कह प्रोक्सी वॉर का माकूल जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई भी नापाक हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बिपिन रावत ने कहा कि जब हमे कोई टारगेट दिया जाता है तो हम आसमान, जमीन और समुद्र किसी भी जगह से उचित जवाब देने के तैयार रहे.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा:-

CDS जनरल बिपिन रावत:-

वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया:- 

बता दें कि इस दौरान वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने बालाकोट एयर स्‍ट्राइक को इंडियन एयरफोर्स की सबसे कठिन और साहसिक निर्णय बताया. इस दौरान भारतीय वायुसेना ने अपने लक्ष्य को चिन्हित कर उसे ध्वस्त कर दिया था. आरकेएस भदौरिया ने कहा कि इसके बाद पाकिस्तान की तरफ 30 घंटे बाद ऑपरेशन स्विफ्ट रेटॉरट भेजा गया था लेकिन उसे नाकाम कर दिया गया.