राजधानी दिल्ली में सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज ( Centre for Air Power Studies) कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि लंबे समय से भारत को एक ऐसे देश के रूप में देखा गया. जहां गंभीर उकसावे के बावजूद भी आंतकवाद का माकूल जवाब नहीं दिया. लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक ने इस धारणा को पूरी तरह से बदल दिया है. उन्होंने कहा कि मैं भारत के हर एक नागरिक को आश्वास्त करना चाहता हूं कि हम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं और आगे भी तैयार रहेंगे. राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पार से आतंकवाद की घटनाएं नए युद्ध का एक उदहारण हैं.
सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) भी मौजूद थे. उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि बालाकोट स्ट्राइक के जरिए एक कड़ा संदेश दिया गया था. जिसमें किसी भी तरह कह प्रोक्सी वॉर का माकूल जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई भी नापाक हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बिपिन रावत ने कहा कि जब हमे कोई टारगेट दिया जाता है तो हम आसमान, जमीन और समुद्र किसी भी जगह से उचित जवाब देने के तैयार रहे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा:-
Defence Minister Rajnath Singh: Security scenario has completely changed in last few years.Kargil&incidents of cross border terrorism are examples of new kind of warfare.Hybrid warfare is reality of present day.There is no clear beginning&end in this changing scenario of conflict pic.twitter.com/yZKGBbesuP
— ANI (@ANI) February 28, 2020
CDS जनरल बिपिन रावत:-
Chief of Defence Staff Gen Bipin Rawat:The credible deterrence comes from the will of the military leadership and intent of political leadership while taking the tough decision. This was amply shown after Kargil, Uri attacks and Pulwama attack https://t.co/8qvUv8QJgh
— ANI (@ANI) February 28, 2020
वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया:-
IAF Chief RKS Bhadauria: It(better capability) will soon materialize with induction of Rafale. In air engagement, especially in a deeply contested area, it is important to to have a weapons edge. Once we retain this edge,it is important that we don't allow to slip back this edge. https://t.co/ifYd3MtNk3
— ANI (@ANI) February 28, 2020
बता दें कि इस दौरान वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने बालाकोट एयर स्ट्राइक को इंडियन एयरफोर्स की सबसे कठिन और साहसिक निर्णय बताया. इस दौरान भारतीय वायुसेना ने अपने लक्ष्य को चिन्हित कर उसे ध्वस्त कर दिया था. आरकेएस भदौरिया ने कहा कि इसके बाद पाकिस्तान की तरफ 30 घंटे बाद ऑपरेशन स्विफ्ट रेटॉरट भेजा गया था लेकिन उसे नाकाम कर दिया गया.