COVID-19 Vaccine Update: भारत में कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) का प्रकोप जारी है और इस महामारी से संक्रमित होने वालों की तादात बढ़कर 49, 30,237 हो गई है, जबकि इस संक्रमण की चपेट में आकर अब तक 80, 776 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं. देश में कोरोना की बेकाबु होती रफ्तार को नियंत्रित करने के लिए कोरोना वैक्सीन पर काम लगातार जारी है. एक ओर जहां विश्व के कई देशों के वैज्ञानिक कोरोना वैक्सीन बनाने और उसके ट्रायल में जुटे हैं तो वहीं भारत में भी तीन वैक्सीन का ट्रायल (Corona Vaccine Trial) किया जा रहा है. जायडस कैडिला, भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा कोरोना की वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है.
देश में बढ़ती कोरोना रफ्तार के बीच कोविड-19 वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) पर अपडेट देते हुए आईसीएमआर के महानिदेशक प्रोफेसर डॉ. बलराम भार्गव (Balram Bhargava) ने कहा कि भारत में तीन वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल में हैं. कैडिला (Cadila) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने पहले चरण के ट्रायल को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. सीरम इंस्टीट्यूट ने दूसरे चरणे के B3 ट्रायल को पूरा कर लिया है और मंजूरी के बाद 14 स्थानों पर 1500 रोगियों के साथ इसके तीसरे चरण का ट्रायल शुरू किया जाएगा.
देखें ट्वीट-
3 vaccines at clinical trial stage in India. Cadila and Bharat Biotech have completed phase-I trials. Serum Institute has completed phase II-B3 trials, and will start phase-III trial (with 1500 patients at 14 locations) after clearances: Prof (Dr.) Balram Bhargava, DG, ICMR pic.twitter.com/F4ZWOeC85M
— ANI (@ANI) September 15, 2020
बता दें कि भारत बायोटैक की कोरोना वैक्सीन COVAXIN के पहले चरण का ट्रायल सफल रहा है. भारत बायोटेक आईसीएमआर के साथ मिलकर कोरोना की वैक्सीन कोवैक्सिन को बना रहा है. वर्तमान में देश के 12 अस्पताल में इस वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है. वहीं जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D के लिए भी फेज वन का क्लिनिकल ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है. यह भी पढ़ें: COVID-19 Vaccine Update: एस्ट्राजेनेका के ट्रायल पर अस्थायी रोक के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ने भारत में रोका परीक्षण, कहा- हम DCGI के निर्देशों का कर रहे हैं पालन
वहीं ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन AZD1222 के दूसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल पूरा हो चुका है. दरअसल, ब्रिटेन में एक व्यक्ति को इस वैक्सीन का डोज दिए जाने के बाद उसके शरीर में गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिले, जिसके बाद ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) के तीसरे चरण के ट्रायल को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया, लेकिन अब उम्मीद जताई जा रही है कि क्लियरेंस के बाद जल्द ही देश में इसके तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो जाएगा.
गौरतलब है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन को विकसित करने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को चुना गया है. पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनियों में से एक है, जो कोरोना वायरस वैक्सीन विकसित करने वाले ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोजेक्ट में एक भागीदार भी है.