COVID-19: ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की कोरोना वैक्सीन का मुंबई के 163 वालंटियर पर परीक्षणों के दौरान नहीं दिखा कोई साइड इफेक्ट, बीएमसी ने दी जानकारी
कोरोना वैक्सीन (Photo Credits: Oxford Twitter)

मुंबई, 22 अक्टूबर. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) महामारी का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. कोविड-19 (COVID-19) से संक्रमित मामले लगातार बढ़ रहे हैं. आपकी जानकारी के लिए बताना चाहते हैं कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के केइएम (KEM Hospital) और नायर अस्पताल (Nair Hospital) में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित कोविशील्ड का ट्रायल पिछले महीने शुरू किया गया था. इसी कड़ी में 163 वालंटियर ने क्लिनिकल ट्रायल में हिस्सा लिया था. लेकिन पैन इंडिया ट्रायल शुरू से होने से पहले इसमें और 50 लोग हिस्सा लेंगे.

बीएमसी ने बताया कि हम परीक्षण के लिए 50 और वालंटियर को शामिल करने की योजना बना रहे हैं, जिनमें से दोनों अस्पतालों से 25-25 लोगों को लेंगे. हम 200 लोगों पर परीक्षण करने की तैयारी में है.बीएमसी के एडिशनल कमिश्नर सुरेश ककानी ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में बताया कि अगर विशेषज्ञों को लगता है कि दूसरे चरण के समापन के लिए 163 उम्मीदवार पर्याप्त हैं, तो हम अधिक उम्मीदवारों का चयन करना बंद कर सकते हैं. यह भी पढ़ें-Coronavirus Testing: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने विकसित की रैपिड टेस्ट विधि, जो 5 मिनट से कम समय में कर सकती है COVID-19 की पहचान

ज्ञात हो कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार अगर कोई वालंटियर परीक्षण के दौरान किसी भी दुष्प्रभाव के कारण मर जाता है तो उसे 1 करोड़ रुपये का जीवन बीमा दिया गया है. इसके विपरीत अगर किसी शख्स को कोई साइड इफेक्ट होता है तो ऐसे लोगों को 50 लाख रुपये का मेडिकल बीमा दिया गया है. ककानी ने कहा कि अब तक किसी भी वालंटियर में कोई  साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है.

वहीं भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 77 लाख के पार पहुंच गई है. केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना के 7 लाख 15 हजार 812 सक्रीय मरीज हैं. अच्छी खबर यह है कि 68 लाख 74 हजार 519 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं. जबकि कोविड-19 की चपेट में आने से 1 लाख 16 हजार 616 लोगों की मौत हुई है.