देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जंग जारी है. देशवासी इस महामारी से एकजुट होकर लड़ रहे हैं. कई लोग हिम्मत और हौसले के साथ कोरोना के खिलाफ इस जंग को जीत रहे हैं. ऐसा ही एक नाम है दिल्ली यातायात पुलिस में तैनात ASI जीत सिंह (ASI Jeet Singh) का. जीत सिंह ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में अपनी इस कहानी को शेयर किया. उन्होंने बताया कि वह दिल्ली के यूसुफ सराय इलाके में तैनात थे. इस बीच उन्हें शरीर में दर्द, तेज बुखार के साथ सांस लेने में पेरशानी होने लगी. उसके बाद कोरोना वायरस की चपेट में आने का शक होने पर जांच करवाई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद मुझे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया. उन्होंने बताया कि वहां भर्ती रहने के कुछ दिनों के बाद ही मैं पूरी तरह ठीक हो गया.
ASI जीत सिंह ने लोगों को संदेश दिया है कि जो लोग भी इसकी चपेट में हैं वे धैर्य रखें और साहस के साथ मुकाबला करे. उन्होंने बताया कि उनकी मात्र 4 से 5 दिन में ही रिकवरी हो गई थी. ASI ने कहा कोरोना मरीज डरें नहीं, रिकवरी जल्दी हो जाएगी. बस साहस के साथ लड़ाई लड़ें. ASI जीत सिंह कोरोना की जंग जीत चुके हैं, और देश को इस लड़ाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं. यह भी पढ़ें- सीएम अरविंद केजरीवाल का ऐलान, दिल्ली में 20 अप्रैल से लॉकडाउन में कोई छूट नहीं.
यहां देखें ASI जीत सिंह ने क्या कहा-
#WATCH ASI (Traffic) Jeet Singh from Delhi, who had tested positive for #COVID19 and has now fully recovered, says, "My message to all is to have patience & stay courageous. Bas ladai ladni hai saahas ke saath". pic.twitter.com/Tw0sd63C0v
— ANI (@ANI) April 19, 2020
दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल 1,893 मामले हैं, जिनमें से कल 186 पॉजिटिव केस आए हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया, हमारे पास 42,000 रैपिड टेस्टिंग किट आ चुकी हैं, आज उसका ट्रायल LNJP अस्पताल में किया जा रहा है. 7,000 ट्रेनिंग भी की जा रही हैं. कल से पूरी दिल्ली के हॉट स्पॉट इलाकों में इनसे टेस्टिंग की जाएगी. कल से शुरू करके 1 हफ्ते में 42,000 टेस्ट करने का हमारा लक्ष्य है.
रविवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में लॉकडाउन को लेकर सख्ती की बात कही. सीएम केजरीवाल ने कहा, अपने दिल्ली वासियों के जीवन का ख्याल रखते हुए हमने फैसला लिया है कि फिलहाल लॉकडाउन की शर्तों में कोई ढिलाई नहीं दी जाएगी. एक हफ्ते बाद हम दोबारा विशेषज्ञों के साथ बैठकर इसका मूल्यांकन करेंगे और जरूरत पड़ी तो ढिलाई दे सकते हैं.