महाराष्ट्र में COVID का प्रकोप: 10 मंत्री और 20 से अधिक MLA संक्रमित, जनवरी के तीसरे हफ्ते तक 2 लाख एक्टिव केस होने की संभावना
कोरोना का कहर (Photo Credits: PTI)

मुंबई: कोविड-19 (COVID-19) का नया वेरियंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) महाराष्ट्र में तेजी से पांव पसार रहा है. कोरोना वायरस के नए वेरियंट के महाराष्ट्र (Maharashtra) में सबसे अधिक 454 मामले सामने आए हैं. आंकड़ों के अनुसार, ओमिक्रॉन के मामले डेल्टा वेरियंट की तुलना में बड़ी तेजी से बढ़ रहे है. महाराष्ट्र में 10 मंत्री और 20 से अधिक विधायक भी कोविड-19 की चपेट में आ गए है. जबकि आने वाले दिनों में हालात के और बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है.

डिप्टी सीएम अजीत पवार (Ajit Pawar) ने बताया कि महाराष्ट्र में कुल 10 मंत्रियों और 20 से अधिक विधायक कोरोना पॉजिटिव आये है. उन्होंने कहा कि अगर राज्य में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ती रही तो सरकार को और प्रतिबंध लगाने पड़ सकते हैं. ओमिक्रॉन के बाद अब दुनिया के लिए एक और खतरा, इजरायल में मिला Florona का पहला मरीज- रिपोर्ट

महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों की मौजूदा प्रवृत्ति के आधार पर जनवरी 2022 के तीसरे सप्ताह तक लगभग 2 लाख सक्रिय मामले होने की उम्मीद है. महाराष्ट्र सरकार अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) डॉ प्रदीप व्यास (Dr Pradeep Vyas) ने कहा “इस कथन से खुद को सुरक्षित महसूस न करें कि तीसरी लहर ओमिक्रॉन वेव हल्की है और घातक नहीं है. यह उन लोगों के लिए भी उतना ही घातक है, जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है और जिन्हें और कोई बीमारी (Comorbidities) है. इसलिए टीकाकरण कवरेज में सुधार कर लोगों के जीवन बचाए जाएं.”

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के मद्देनजर केंद्र ने गुरुवार को आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को पत्र लिखा. पत्र उन राज्यों को लिखा गया है, जहां कोविड और इसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले अधिक संख्या में देखे जा रहे हैं.

कोरोना के मामलों में अचानक वृद्धि के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों से साफ कहा है कि कोरोना का प्रसार रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और झारखंड को पत्र लिखा. उन्होंने इन राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने, अस्पताल स्तर की तैयारियों को मजबूत करने, टीकाकरण की गति और कवरेज बढ़ाने की सलाह दी है.